तालिबान के बाद अब अफगानियों को पोलियो से भी बचायेगी भारत सरकार, फ्री में लगाया जायेगा टीका

अफगानिस्तान के काबुल से भारतीयों को ले जाने वाली दो और उड़ानें रविवार को पहले उतरीं, जिसमें 87 भारतीयों को लेकर एयर इंडिया की एक विशेष उड़ान भी शामिल था.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 22, 2021 3:00 PM

भारत सरकार भारतीय नागरिकों के साथ कुछ अफगानियों को भी तालिबान के चंगुल से निकालकर भारत लायी है. उन अफगानी नागरिकों को अब सरकार मुफ्त में पोलियो का टीका भी लगायेगी. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने रविवार को कहा कि केंद्र सरकार जंगली पोलियो वायरस के खिलाफ एक निवारक उपाय के रूप में अफगानिस्तान से लौटने वालों को मुफ्त पोलियो का टीका लगायेगी.

यह घोषणा उस दिन की गयी जब भारतीय वायु सेना (IAF) का एक C-17 विमान अफगानिस्तान की राजधानी काबुल से गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर 168 यात्रियों के साथ उतरा. इस विमान में 100 से अधिक भारतीय और लगभग 20 के आसपास अफगान सिख और हिंदू शामिल थे.

अफगानिस्तान के काबुल से भारतीयों को ले जाने वाली दो और उड़ानें रविवार को पहले उतरीं, जिसमें 87 भारतीयों को लेकर एयर इंडिया की एक विशेष उड़ान भी शामिल था. मनसुख मंडाविया ने ट्वीट किया कि हमने जंगली पोलियो वायरस के खिलाफ एक निवारक उपाय के रूप में फ्री में पोलियो वैक्सीन – ओपीवी और एफआईपीवी के साथ अफगानिस्तान से लौटने वालों को टीका लगाने का फैसला किया है.

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उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य टीम को सार्वजनिक स्वास्थ्य सुनिश्चित करने के उनके प्रयासों के लिए बधाई. केंद्रीय मंत्री ने वैक्सीन ड्राइव की एक तस्वीर भी संलग्न की, जो पहले से ही दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर चल रही है. इस बीच, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने शनिवार को तालिबान के अधिग्रहण के बाद अफगानिस्तान में स्वास्थ्य सेवा की स्थिति पर एक अलर्ट दिया. उसने कहा कि देश में संघर्षके कारण अनगिनत लोगों को भूख और बीमारियों की चपेट में ले लिया है.

सार्वजनिक स्वास्थ्य निकाय का अनुमान है कि अफगानिस्तान की लगभग आधी आबादी, जिसमें चार मिलियन से अधिक महिलाएं और लगभग 10 मिलियन बच्चे शामिल हैं, को मानवीय सहायता की सख्त जरूरत है. डब्ल्यूएचओ ने कहा कि देशों को अफगानिस्तान में लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना जारी रखना चाहिए, ऐसा न हो कि मौजूदा स्थिति और भी गंभीर हो जाए.

यूनाइटेड किंगडम ने कहा है कि वह तालिबान से भागकर देश में आने वाले अफगान शरणार्थियों को कोरोनावायरस बीमारी (कोविड -19) के खिलाफ टीके लगायेगा. ब्रिटेन भी एक नये पुनर्वास कार्यक्रम के तहत लगभग 20,000 कमजोर अफगानों को फिर से बसाने पर विचार कर रहा है.

Posted By: Amlesh Nandan.

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