F16 : जिस विमान को खरीद नहीं सका पाकिस्तान, उसकी फैक्ट्री होगी भारत में शिफ्ट, देखें VIDEO

नयी दिल्ली : पाकिस्तान एफ 16 खरीदना चाहता था लेकिन अमेरिकी सांसदों की आपत्ति के बाद उसे यह विमान नहीं दिया गया अब इसका मुख्यालय भारत में शिफ्ट होने वाला है. कंपनी ने इसके लिए भारत सरकार से इजाजत मांगी है. इस कंपनी के सारे पार्ट्स का निर्माण भी यहीं होगा. फिलहाल इसका मुख्यालय अमेरिका […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 5, 2016 4:24 PM

नयी दिल्ली : पाकिस्तान एफ 16 खरीदना चाहता था लेकिन अमेरिकी सांसदों की आपत्ति के बाद उसे यह विमान नहीं दिया गया अब इसका मुख्यालय भारत में शिफ्ट होने वाला है. कंपनी ने इसके लिए भारत सरकार से इजाजत मांगी है. इस कंपनी के सारे पार्ट्स का निर्माण भी यहीं होगा. फिलहाल इसका मुख्यालय अमेरिका के टेक्सास में है.

भारत जैसा प्रस्ताव आजतक किसी को नहीं मिला
इतना ही नहीं कंपनी यह भी चाहती है कि यहीं से वैश्विक मांगाें को भी पूरा किया जाए. हालांकि इसके पीछे एक शर्त यह भी रखी गयी है कि भारत वायुसेना के लिए इन विमानों का चयन करे. कंपनी ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान यह बात सामने रखी है कि हमने भारत के सामने जो पेशकश रखी है वो अबतक किसी के सामने नहीं रखी. इस मौके पर जब पाकिस्तान को विमान देने संबंधी सवाल किया गया तो उन्होंने सवालों को टालते हुए कहा कि इस वक्त सिर्फ भारत और अमेरिका के संबंध में बातचीत होनी चाहिए.
तेजस केअलावामेक इन इंडिया के एक और विमान को चुनेगा भारत
कंपनी के इस प्रस्ताव पर अबतक भारत सरकार ने खुलकर कोई बयान नहीं दिया. रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा है कि हमने पहले ही इस मामले में अपनी नीति साफ कर रखी है कि भारत तेजस के अलावा भारत में बने एक और विमान को वायुसेना में शामिल करेगा. दूसरी ओर कंपनी के अधिकारी हॉवर्ड ने कहा, हम अपनी पूरी कंपनी भारत में शिफ्ट कर रहे हैं ऐसे में भारत को किसी ऐसी कंपनी को चुनना चाहिए जो अपने वादे का पूरा कर सके.
क्या है खास एफ 16 में
इस विमान का इस्तेमाल पूरी दुनिया में 25 से ज्यादा देश कर रहे हैं. 80 के दशक से अमेरिका के पास एफ 16 फाइटर प्लेन है. समय के साथ-साथ इसकी तकनीक और उन्नत होती गयी है और इसकी क्षमता में भी काफी विकास हुआ है. इस विमान में 11 ऐसी जगहें हैं जहां से हथियार रखके हमले किये जा सकते हैं. इसकी बनावट सांप की तरह है इसलिए इसके पायलट को वाइपर के नाम से बुलाया जाता है. यह विमान 50 हजार फीट की ऊंचाई तक उड़ान भर सकता है. टेकऑफ के वक्त विमान का वजन 17 हजार किलो होता है. इस विमान में कई ऐसे तकनीक है जिससे सटीक निशाना लगाया जा सकता है.

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