नेपाल के उप प्रधानमंत्री भारत के दौरे पर कहा, रिश्ते मजबूत करने आया हूं
नयी दिल्ली : नेपाल के उप प्रधानमंत्री कमल थापा भारत और नेपाल के बनते बिगड़ते रिश्तों के बीच भारत दौरे पर है. कुछ देर पहले दिल्ली पहुंचने पर उन्होंने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा, हम कई मुद्दों पर आपस में बातचीत करेंगे. हमारा देश आज कई तरह के सामानों की कमियों से जुझ रहा […]
नयी दिल्ली : नेपाल के उप प्रधानमंत्री कमल थापा भारत और नेपाल के बनते बिगड़ते रिश्तों के बीच भारत दौरे पर है. कुछ देर पहले दिल्ली पहुंचने पर उन्होंने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा, हम कई मुद्दों पर आपस में बातचीत करेंगे. हमारा देश आज कई तरह के सामानों की कमियों से जुझ रहा है उस पर भी चर्चा करेंगे. हम आपसी रिश्तों को मजबूत बनाने की दिशा में भी आगे बढ़ेंगे.
Nepal Deputy PM Kamal Thapa arrives in Delhi. pic.twitter.com/YJ8yseNJk3
— ANI (@ANI) October 17, 2015
नेपाल में नये संविधान निर्माण के बाद वहां विरोध प्रदर्शन होने लगे. भारत ने भी इस मामले पर अपनी चिंता जतायी. नये प्रधानमंत्री केपी शर्मा ने भी पद संभालने के साथ ही कहा, भारत के साथ रिश्तों को सामान्य करना उनकी पहली प्राथमिकता होगी.
इसकी जिम्मेदारी उन्होंने ज़िम्मेदारी उन्होंने कमल थापा को सौंपी. कमल थापा ने भी भारत के साथ अपने संबंधों को और मजबूत करने की दिशा में कदम उठाने के संकेत दिये. नए संविधान का विरोध कर रहे मधेसी समुदाय के लोगों के प्रदर्शन की वजह से भारत से नेपाल जानेवाली ज़रूरी चीज़ों की सप्लाई बंद हो गई थी, जिसे लेकर नेपाल ने भारत से नाराज़गी जाहिर की थी. नेपाल ने इस मामले को यूएन के सामने भी रखा था जिसे भारत और नेपाल के बीच तल्खी बढ़ गयी थी. दूसरी तरफ चीन ने भी इस मौके का लाभ उठाने की कोशिश की और तिब्बत में नेपाल से सटी अपनी सीमा को नेपाल के लिए खोल दिया.
भारत नेपाल में जारी अशांति को लेकर भारत अपनी चिंताओं से उप प्रधानमंत्री कमल थापा को अवगत करायेगा और अपना पक्ष भी सामने रखेगा. पद संभालने के बाद अपनी पहली विदेश यात्रा पर आ रहे थापा ने काठमांडू में कहा था कि वह इस यात्रा के परिणाम को लेकर आशावादी हैं और इससे दोनों देशों के बीच संबंध मजबूत होंगे. उप प्रधानमंत्री के साथ- साथ थापा नेपाल के विदेश मंत्री भी हैं. उम्मीद जतायी जा रही है कि इस यात्रा से भारत और नेपाल के बीच रिश्ते और मजबूत होंगें
