गोमांस के सवाल ने करायी राजनाथ सिंह की फजीहत

नयी दिल्ली : गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने मंत्रालय के एक साल के काम काज का रिपोर्ट कार्ड आज पेश करते हुए क्रिकेट की बोलचाल का सहारा लिया लेकिन गोमांस का सेवन करने वालों को पाकिस्तान जाने संबंधी अपने मंत्रिमंडलीय सहयोगी मुख्तार अब्बास नकवी की नसीहत से जुडे सवालों से स्टम्प हो गए. jराजनाथ […]

By Prabhat Khabar Print Desk | May 29, 2015 7:14 PM

नयी दिल्ली : गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने मंत्रालय के एक साल के काम काज का रिपोर्ट कार्ड आज पेश करते हुए क्रिकेट की बोलचाल का सहारा लिया लेकिन गोमांस का सेवन करने वालों को पाकिस्तान जाने संबंधी अपने मंत्रिमंडलीय सहयोगी मुख्तार अब्बास नकवी की नसीहत से जुडे सवालों से स्टम्प हो गए.

jराजनाथ सिंह ने राजग शासन के एक साल की उपलब्धियों को बताने के लिए यहां बुलाई गई अपनीप्रेसवार्ता की शुरुआत इस पंक्ति से की, अभी का स्कोर है, बिना कोई विकेट खोए एक मजबूत साल. प्रेस वार्ता में अपने मंत्रालय के कनिष्ठ मंत्री किरेन रिजीजू के साथ बैठे सिंह की प्रारंभिक टिप्पणियों के बाद जब संवाददाताओं की ओर से प्रश्न पूछने की बारी आई तो एक ने किक्रेट के शब्दजाल से ही उन्हें घेरते हुए स्टम्प करने का प्रयास किया.

उनसे सवाल किया गया, श्रीमान गृह मंत्री, आपने बिना विकेट खोए एक साल की बात की लेकिन उन हिट विकेटों के बारे में क्या कहेंगे जो मंत्रिमंडल के आपके सहयोगी अक्सर अपने बयानों से करते हैं. जैसे कि संसदीय मामलों के राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी का यह कहना कि गोमांस का सेवन करने वालों को पाकिस्तान चले जाना चाहिए ?
रिपोर्टर ने साथ ही सिंह के साथ बैठे रिजीजू की ओर इशारा करते हुए कहा कि इन्होंने ही नकवी की नसीहत पर कहा है कि वह गोमांस का सेवन करते हैं, तो क्या उन्हें पाकिस्तान चले जाना चाहिए ? इस सवाल पर राजनाथ सिंह अपनी गहरी मुस्कान नहीं रोक पाए और केवल इतना कहा, वे सभी लोग जो भारत में रहते हैं, भारत में रहेंगे.
नकवी के हाल के इस विवादास्पद बयान को रिजीजू ने खारिज करते हुए कहा था कि भारत जैसे सेकुलर देश में खान-पान की आदतों पर अंकुश नहीं लगाया जा सकता है. हिन्दू बहुल राज्यों और इसाई एवं मुस्लिम बहुल राज्यों में वहां के बहुसंख्यकों की भावनाओं का सम्मान होना चाहिए.
बताया जाता है कि रिजीजू ने पहले कहा था कि वह गोमांस का सेवन करते हैं लेकिन बाद में उन्होंने इस बात से इंकार किया.
यह पूछे जाने पर कि क्या देश भर में गोवध पर रोक लगा देनी चाहिए, सिंह ने कहा, कई राज्य सरकारों ने गोवध के विरुद्ध कानून बनाए हैं.

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