विपक्षी दलों ने तोमर की बर्खास्तगी की मांग की, केजरीवाल पर प्रहार किया

नयी दिल्ली: दिल्ली सरकार के कानून मंत्री जितेंद्र तोमर के अंतरिम प्रमाण पत्र को बिहार के एक विश्वविद्यालय द्वारा फर्जी करार दिए जाने के बाद विपक्षी दलों ने आज मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मांग की कि वह इसकी नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा दें. कांग्रेस ने तोमर को मंत्री पद से एवं […]

By Prabhat Khabar Print Desk | April 28, 2015 5:41 PM

नयी दिल्ली: दिल्ली सरकार के कानून मंत्री जितेंद्र तोमर के अंतरिम प्रमाण पत्र को बिहार के एक विश्वविद्यालय द्वारा फर्जी करार दिए जाने के बाद विपक्षी दलों ने आज मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मांग की कि वह इसकी नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा दें.

कांग्रेस ने तोमर को मंत्री पद से एवं विधानसभा की सदस्यता से तत्काल बर्खास्त करने की मांग की जबकि भाजपा ने आम आदमी पार्टी (आप) की यह कहते हुए आलोचना की कि नैतिकता की राजनीति का दम भरने वाले बेनकाब हो गए.तोमर इस आरोप का सामना कर रहे हैं कि इस साल फरवरी में विधानसभा चुनाव में नामांकन भरने के दौरान उन्होंने जो अकादमिक प्रमाणपत्र सौंपा था, वह फर्जी है.

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने कहा, ‘‘उन्हें (केजरीवाल को) यह बात बताये जाने के बाद भी कानून मंत्री को क्यों उनके पद पर बनाए रखा गया है. अतएव, हम मांग करते हैं कि अरविंद केजरीवाल को नैतिक जिम्मेदारी लेनी चाहिए एवं इस्तीफा देना चाहिए. कानून मंत्री को बर्खास्त कर दिया जाना चाहिए एवं सीट खाली करा दिया जाना चाहिए. ’’

उन्होंने कहा, ‘‘लोगों को तय करने दीजिए कि उस विधानसभा क्षेत्र से (जहां का तोमर प्रतिनिधित्व करते हैं) से विधानसभा में उनका प्रतिनिधित्व किसे करना चाहिए.’’ वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी सी चाको ने इसे दिल्ली सरकार के लिए शर्मनाक करार देते हुए कहा, ‘‘मुख्यमंत्री को उन्हें इस्तीफा देने के लिए कहना चाहिए अन्यथा उन्हें सरकार से बर्खास्त कर दिया जाना चाहिए. ’’ उधर, भाजपा प्रवक्ता मीनाक्षी लेखी ने कटाक्ष किया, ‘‘जो भी डिग्री (तोमर द्वारा) सौंपी गयी, वह फर्जी है.

कानून मंत्री ने खुद ही दिखा दिया कि कैसे कानून से खिलवाड किया जाता है. जो लोग राजनीति में नैतिकता की बात करते हैं, वे बेनकाब हो गए. झूठे वादे कर जिस तरह से आप यहां (सत्ता में) पहुंची है, दिल्ली की जनता आपसे जवाब चाहती है. ’’ बिहार के तिलक माझी भागलपुर विश्वविद्यालय ने कल उच्च न्यायालय से कहा कि (तोमर के) अंतरिम प्रमाणपत्र का क्रमांक किसी और व्यक्ति का नाम दर्शाता है न कि तोमर का. तोमर ने इसी विश्वविद्यालय से कानून की शिक्षा ग्रहण करने का दावा किया है.

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