वाह! मुख्य चुनाव आयुक्त हरि शंकर ब्रह्मा सेवानिवृत्ति के बाद असम में करेंगे खेती

गुवाहाटी : मुख्य चुनाव आयुक्त हरि शंकर ब्रह्मा ने आज कहा कि वह अगले माह अपनी सेवानिवृत्ति के बाद अपने गृहराज्य असम में खेती शुरूकरेंगे. जब ब्रह्मा से उनकी सेवानिवृत्ति के बाद की योजनाओं के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, ‘‘मैं किसान बनना चाहता हूं.’’उन्होंने कहा, ‘‘मेरे पास असम में जमीन है. मैं […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 24, 2015 5:02 PM

गुवाहाटी : मुख्य चुनाव आयुक्त हरि शंकर ब्रह्मा ने आज कहा कि वह अगले माह अपनी सेवानिवृत्ति के बाद अपने गृहराज्य असम में खेती शुरूकरेंगे. जब ब्रह्मा से उनकी सेवानिवृत्ति के बाद की योजनाओं के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, ‘‘मैं किसान बनना चाहता हूं.’’उन्होंने कहा, ‘‘मेरे पास असम में जमीन है. मैं यहां वापस आऊंगा.’’

आंध्रप्रदेश कैडर में वर्ष 1975 बैच के आईएएस अधिकारी ब्रह्मा असम से हैं. उनका कार्यकाल आगामी 19 अप्रैल को समाप्त होना है. इस दिन वह 65 वर्ष के हो जाएंगे, जो कि मुख्य चुनाव आयुक्त पद के लिए अधिकतम उम्र सीमा है.इस साल 16 जनवरी को ब्रह्मा ने भारत के 19वें मुख्य चुनाव आयुक्त के रूप में शपथ ली थी. उन्होंने 25 अगस्त 2010 को तीन चुनाव आयुक्तों में से एक चुनाव आयुक्त के तौर पर शपथ ली थी. जेएम लिंगदोह के बाद ब्रह्मा इस पद पर नियुक्त किए जाने वाले पूर्वोत्तर के दूसरे अधिकारी बने.

जब उनसे आरटीआई कार्यकर्ता अखिल गोगोई की किसान संस्था कृषक मुक्ति संग्राम समिति द्वारा राजनीतिक दल बनाने की घोषणा किए जाने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘‘यह एक अच्छी चीज है. कोई तो होना चाहिए, जो किसानों के बारे में बात करे. उन पर कोई ध्यान नहीं देता.’’उन्होंने कहा कि देश के विभिन्न हिस्सों में किसानों के कई समूह और राजनीतिक दल हैं.ब्रह्मा ने कहा, ‘‘ये किसानों के हित के लिए दबाव बनाने वाले समूहों की तरह हैं. ये ऋण, फसलों की कीमतों और किसानों के अधिकारों के बारे में बात करते हैं. ये विभिन्न नीतियों के लिए सरकार पर दबाव बनाते हैं.’’

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