सैयद अकबरुद्दीन ने कहा, भारत श्रीलंका के समक्ष मछुआरों का मुद्दा मजबूती के साथ उठाएगा

कोलंबो : भारत श्रीलंका के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तरीय बातचीत में मछुआरों का मुद्दा मजबूती के साथ उठाएगा. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने आज यहां बताया ‘‘भारत और श्रीलंका इस भावनात्मक मुद्दे को मानवीय मुद्दे के तौर पर ले रहे हैं. यह ऐसा मुद्दा नहीं है जिसका तुरत फुरत समाधान हो सके लेकिन हम […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 7, 2015 12:01 PM

कोलंबो : भारत श्रीलंका के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तरीय बातचीत में मछुआरों का मुद्दा मजबूती के साथ उठाएगा. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने आज यहां बताया ‘‘भारत और श्रीलंका इस भावनात्मक मुद्दे को मानवीय मुद्दे के तौर पर ले रहे हैं. यह ऐसा मुद्दा नहीं है जिसका तुरत फुरत समाधान हो सके लेकिन हम मित्र और नौवहन पडोसी के तौर पर इस पर काम कर रहे हैं.’’ विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की यहां श्रीलंका के नेतृत्व के साथ बातचीत से पहले उन्होंने कहा ‘‘हमें शांतिपूर्ण और दोस्ताना तरीके से इसके समाधान की उम्मीद है.’’ दो दिवसीय दौरे पर सुषमा यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आगामी यात्र के लिए आधार तैयार करने आई हैं. बीते 25 साल में भारतीय प्रधानमंत्री का यह श्रीलंका का पहला द्विपक्षीय दौरा होगा. सुषमा ने कल श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरीसेना से मुलाकात की जिन्होंने उन्हें आश्वासन दिया कि उनकी सरकार भारत के साथ संबंध मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है.

मोदी के दौरे से पहले प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने यह कह कर विवाद खडा कर दिया कि अगर भारतीय मछुआरे श्रीलंका के जल क्षेत्र में प्रवेश करते हैं तो उन्हें गोली मारी जा सकती है. उन्होंने भारतीय मछुआरों पर उत्तरी श्रीलंका के मछुआरों की आजीविका छीनने का आरोप लगाते हुए तमिल तांती टीवी से कहा ‘‘अगर कोई मेरे घर में घुसने की कोशिश करता है तो मैं गोली मार सकता हूं। अगर वह मारा जाता है. कानून मुझे ऐसा करने की अनुमति देता है.’’ विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि मछुआरों के मुद्दे पर श्रीलंका के प्रधानमंत्री के बयान पर भी विदेश मंत्री सुषमा स्वराज अपने श्रीलंकाई समकक्ष मंगला समरवीरा के साथ मुलाकात के दौरान चर्चा करेंगी.

उन्होंने बताया कि विदेश मंत्री श्रीलंका में अपने समकक्ष और प्रधानमंत्री विक्रमसिंघे के साथ बातचीत के दौरान मछुआरों का मुद्दा उठाएंगी. पिछले माह भारतीय मछुआरों की गिरफ्तारी और अपहरण के कई मामले हुए हैं. श्रीलंका के मछुआरे शिकायत करते हैं कि नई सरकार बनने के बाद से भारतीय मछुआरों द्वारा अवैध तरीके से मछली पकडने के लिए देश के जल क्षेत्र में प्रवेश करने की घटनाएं बढी हैं.

अपने देश के जल क्षेत्र में अवैध तरीके से मछली पकडने के आरोप में श्रीलंका की नौसेना कम से कम 86 भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार कर उनकी 10 नौकाएं जब्त कर चुकी है.

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