रोटी पर 5 % और पराठे पर 18 % टैक्स, देखें सोशल मीडिया पर कैसे मजे ले रहे हैं लोग

सोशल मीडिया पर एक खबर काफी ट्रेंड कर रही है, जिसमें आज कर्नाटक सरकार ने रोटी पर 5% और पर पराठा पर 18% वस्तु एवं सेवा कर यानी जीएसटी लगाया है. कर्नाटक सरकार ने माना है कि रोटी और पराठे में अंतर होता है. इसके कारण टैक्स में भी अंतर होना चाहिए. इस फैसले के बाद सोशल मीडिया पर लोग खासे नाराज नजर आ रहे हैं. कहा जा रहा है कि 18 फ़ीसदी जीएसटी थोपने से लोगों की थाली से पराठा गायब हो जाएगा.

By Shaurya Punj | June 12, 2020 8:15 PM

सोशल मीडिया पर एक खबर काफी ट्रेंड कर रही है, जिसमें आज कर्नाटक सरकार ने रोटी पर 5% और पर पराठा पर 18% वस्तु एवं सेवा कर यानी जीएसटी लगाया है. कर्नाटक सरकार ने माना है कि रोटी और पराठे में अंतर होता है. इसके कारण टैक्स में भी अंतर होना चाहिए. इस फैसले के बाद सोशल मीडिया पर लोग खासे नाराज नजर आ रहे हैं. कहा जा रहा है कि 18 फ़ीसदी जीएसटी थोपने से लोगों की थाली से पराठा गायब हो जाएगा.

क्या है मामला

दरअसल,एक प्राइवेट फूड मैन्युफैक्चरिंग कंपनी ने अथॉरिटी ऑफ एडवांस रूलिंग (कर्नाटक पीठ) के पास आवेदन किया था. इस आवेदन में कंपनी द्वारा ये कहा गया है कि आटे से बने पराठे और मालाबार पराठों को रोटी और खाखरा की कैटगरी में रखा जाए.

मगर पीठ ने रोटी को पराठे की कैटगरी में रखने से इनकार कर दिया और पराठों पर 18 फीसदी जीएसटी वसूलने का आदेश सुना दिया. जीएसटी नोटिफिकेशन के शेड्यूल 1, एंट्री 99 ए के तहत रोटी पर पांच फीसदी की दर से जीएसटी लगता है. वैसे देखा जाए तो रोटी और पराठे में भले कोई खास फर्क नहीं है लेकिन जीएसटी की दुनिया में दोनों को अलग माना जाता है. सोशल मीडिया पर इस खबर को लेकर कई मीम्स वायरल हो रहे हैं.

कांग्रेस नेता जयवीर शेरगिल ने इस फैसले का विरोध करते हुए कहा कि औरंगज़ेब ने जज़िया कर वसूला था और अंग्रेज़ लगान वसूलते थे. बीजेपी अब पराठा टैक्स वसूल रही है. ट्रिब्यूनल के इस फैसले का सोशल मीडिया पर जमकर विरोध हो रहा है और मज़ाक भी बनाया जा रहा है.

सोशल मीडिया पर इस मामले को लेकर लोग खूब मजे ले रहे हैं

  • एक यूजर ने लिखा है कि पराठे की हर परत का दाम वसूला जा रहा है.

https://twitter.com/Khush_boozing/status/1271335579704320000

  • एक अन्य यूजर ने लिखा है कि अब पराठा पर 18% GST लगेगा जबकि रोटी केवल 5% का विशेषाधिकार होगा

  • एक यूजर ने मजे लेता हुए लिखा है पराठा मत कहो यह रोटी नहीं है. यह रोटी कभी नहीं बनना चाहता था.

  • वह अब चपाती और रोटियां केवल 5% GST (आवश्यक वस्तु) (आवश्यक वस्तु) जबकि पराठों पर 18% GST लिया जाएगा. #HandsOffPorotta को ट्वीटर पर ट्रेंड करवाया गया है.

जानिए महिंद्रा एंड महिंद्रा के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने क्या कहा

इस मामले में आनंद महिंद्रा ने ट्वीट कर कहा, ‘देश जब कई तरह की चुनौतियों का सामना कर रहा है, तो यह बात आपको चकित कर सकती है कि हम पराठे को लेकर चिंतित हैं. भारतीयों में जिस तरह से जुगाड़ का कौशल है, मुझे पक्का यकीन है कि कोई परोटीज का एक तीसरी श्रेणी तैयार कर लेगा.”

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