Delhi Election Result 2020 : आप के संजीव झा सबसे बड़े अंतर से जीते, बिजवासन के उम्मीदवार की जीत का अंतर सबसे कम

नयी दिल्ली : दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 (Delhi Assembly Election 2020) में आम आदमी पार्टी (AAP) के बुराड़ी के उम्मीदवार संजीव झा ने सबसे बड़े अंतर से जीत दर्ज की, तो इसी पार्टी के बिजवासन के प्रत्याशी भूपिंदर सिंह जून महज 753 वोट के अंतर से जीते. जून ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भारतीय जनता पार्टी […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 13, 2020 4:03 PM

नयी दिल्ली : दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 (Delhi Assembly Election 2020) में आम आदमी पार्टी (AAP) के बुराड़ी के उम्मीदवार संजीव झा ने सबसे बड़े अंतर से जीत दर्ज की, तो इसी पार्टी के बिजवासन के प्रत्याशी भूपिंदर सिंह जून महज 753 वोट के अंतर से जीते. जून ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भारतीय जनता पार्टी के सत प्रकाश राणा को पराजित किया.

वर्ष 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) ने 62 और भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने 8 सीटों पर जीत दर्ज की है. इस चुनाव की सबसे खास बात यह है कि बुराड़ी से आम आदमी पार्टी के विधायक संजीव झा ने इस चुनाव में सबसे बड़ी जीत दर्ज की है. संजीव झा ने भाजपा की सहयोगी पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के शैलेंद्र कुमार को 88,158 मतों से हरा दिया है.

आम आदमी पार्टी के ही ओखला से मौजूदा विधायक और पार्टी के उम्मीदवार अमानतुल्लाह खान (Amanatullah Khan) ने भी बड़ी जीत दर्ज की है. अमानतुल्लाह ने ओखला में भाजपा उम्मीदवार ब्रह्म सिंह को 71,827 मतों के अंतर से हराया. सीमापुरी (एससी) सीट पर आम आदमी पार्टी के राजेंद्र पाल गौतम ने भाजपा की एक और सहयोगी पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के संत लाल को 56,108 वोट से पराजित कर दिया.

मटियामहल एक और सीट है, जहां से आम आदमी पार्टी के शोएब इकबाल ने 50,241 वोटों के बड़े अंतर से जीत दर्ज की. उन्होंने भाजपा के रवींद्र गुप्ता को हराया. वहीं लक्ष्मीनगर विधानसभा सीट से ‘आप’ के नितिन त्यागी भाजपा के अभय वर्मा से मात्र 880 वोट से हार गये. इस चुनाव में एक हजार के कम अंतर से हारने वाली सीट बिजवासन और लक्ष्मी नगर है.

अमानतुल्लाह खान ने वर्ष 2015 में भी इस विधानसभा सीट से जीत दर्ज की थी. एक लाख से अधिक वोट पाकर उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के ब्रह्म सिंह को करारी शिकस्त दी है. गौरतलब है कि शाहीन बाग ही वो जगह है, जहां करीब दो महीने से महिलाएं नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन (NRC) के खिलाफ प्रदर्शन कर रही हैं.

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