आतंकवाद एवं वाम चरमपंथ से लड़ रहे जवानों के बच्चों के लिए CBSE परीक्षा नियमों में ढील

नयी दिल्ली : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने सशस्त्र बलों के कर्मियों तथा आतंकवाद एवं वाम चरमपंथ के खिलाफ लड़ाई में शहीद हो गये जवानों के बच्चों के लिए कक्षा दसवीं और बारहवीं की बोर्ड आगामी परीक्षाओं के वास्ते नियमों में ढील देने का निर्णय लिया है. परीक्षा नियंत्रक श्याम भारद्वाज ने कहा कि […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 27, 2020 8:20 PM

नयी दिल्ली : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने सशस्त्र बलों के कर्मियों तथा आतंकवाद एवं वाम चरमपंथ के खिलाफ लड़ाई में शहीद हो गये जवानों के बच्चों के लिए कक्षा दसवीं और बारहवीं की बोर्ड आगामी परीक्षाओं के वास्ते नियमों में ढील देने का निर्णय लिया है.

परीक्षा नियंत्रक श्याम भारद्वाज ने कहा कि पुलवामा आतंकवादी हमले के बाद सीबीएसई ने 2019 में सशस्त्र बलों और अर्धसैनिक बलों के शहीद जवानों के बच्चों को कुछ छूट देने का निर्णय लिया था. उन्होंने कहा, 2020 में सीबीएसई ने सशस्त्रबलों और अर्धसैनिक बलों के जवानों, जो देश में आतंकवाद एवं वाम चरमपंथ के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं और ड्यूटी के दौरान शहीद हो जाते हैं, के बच्चों के लिए नियमों में ढील देने का फैसला किया है.

उन्होंने कहा, 2020 में कक्षा दसवीं और बारहवीं की परीक्षा देने जा रहे ये बच्चे यदि उसी शहर में अपना परीक्षा केंद्र बदलवाना चाहते हैं तो उन्हें ऐसा करने की इजाजत होगी. यदि वे किसी अन्य शहर में परीक्षा केंद्र चाहते हैं, तो उसके लिए भी अनुमति होगी. बोर्ड ने यह भी निर्देश दिया है कि यदि ऐसे विद्यार्थियों की प्रैक्टिकल परीक्षा छूट जाती है तो उन्हें दो अप्रैल, 2020 तक उनकी सुविधा के हिसाब से यह परीक्षा ले ली जायेगी. भारद्वाज ने कहा, अभ्यर्थियों को इसके लिए अपने विद्यालय से अनुरोध करना होगा जो उसे संबंधित सीबीएसई क्षेत्रीय कार्यालय को भेजेगा.

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