महाराष्ट्र : आज समाप्त हो जायेगा विधानसभा कार्यकाल, उद्धव की दो टूक, सीएम हमारा ही होगा बीजेपी साथ तो ठीक, नहीं तो उसके बिना

मुंबई : शिवसेना के आक्रामक तेवरों से गठबंधन सरकार के किसी भी प्रयास के परवान नहीं चढ़ने के बीच देवेंद्र फड़णवीस ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. फड़णवीस ने राजभवन जा कर राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को इस्तीफा सौंपा. राज्यपाल ने वैकल्पिक इंतजाम होने तक उनसे कार्यवाहक मुख्यमंत्री बने रहने को कहा […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 9, 2019 4:06 AM
मुंबई : शिवसेना के आक्रामक तेवरों से गठबंधन सरकार के किसी भी प्रयास के परवान नहीं चढ़ने के बीच देवेंद्र फड़णवीस ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. फड़णवीस ने राजभवन जा कर राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को इस्तीफा सौंपा. राज्यपाल ने वैकल्पिक इंतजाम होने तक उनसे कार्यवाहक मुख्यमंत्री बने रहने को कहा है.
वहीं, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे की दो टूक, कहा मुख्यमंत्री हमारा ही होगा, भाजपा साथ आये तो ठीक, नहीं तो उसके बिना यह संभव होगा. उसके मुख्यमंत्री के लिए उसे भाजपा की जरूरत नहीं है. ठाकरे ने साफ-साफ संकेत दिया कि सरकार गठन के लिए शिवसेना अन्य विकल्पों को लेकर गंभीर है. बहरहाल, अब तक किसी भी दल के या गठबंधन के सरकार बनाने का दावा पेश नहीं करने से राज्य में संवैधानिक गतिरोध पैदा हो गया है. शनिवार को राज्य विधानसभा का पांच साल का कार्यकाल स्वत: खत्म हो जायेगा. फडणवीस ने राज्य में सरकार नहीं बन पाने के लिए जहां शिवसेना को जिम्मेदार करार दिया है. इस बीच शिवसेना नेता संजय राउत ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की. कांग्रेस भी सतर्क है.
उद्धव ने फोन तक नहीं उठाया : फडणवीस
राज्यपाल से मुलाकात के बाद फड़णवीस ने संवाददाताओं से कहा कि वैकल्पिक व्यवस्था कुछ भी हो सकती है, वह नयी सरकार हो सकती है या राष्ट्रपति शासन लगना भी हो सकती है. फडणवीस ने सरकार गठन में गतिरोध को लेकर सहयोगी शिवसेना पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे को कई बार फोन किया, लेकिन उन्होंने जवाब नहीं दिया.
हमने नहीं, बल्कि शिवसेना ने चर्चा से इनकार किया है. शिवसेना के दावों को खारिज करते हुए फडणवीस ने कहा कि उनकी मौजूदगी में कोई फैसला नहीं लिया गया कि दोनों दल मुख्यमंत्री पद साझा करेंगे. उन्होंने कहा कि मैं एक बार फिर यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि यह कभी तय नहीं किया गया कि मुख्यमंत्री पद साझा किया जायेगा. इस मुद्दे पर कभी फैसला नहीं लिया गया.
भाजपा की झूठ से की बातचीत बंद : उद्धव
वहीं, भाजपा को झूठा बताते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि उन्होंने पिता बाला साहेब को वचन दिया था कि एक दिन शिवसेना का सीएम होगा और हम अपना वचन निभायेंगे. वचन पूरा करने के लिए हमें न अमित शाह और न ही भाजपा के आशीर्वाद की जरूरत है. भाजपा झूठ बोलती है और उसके झूठ की वजह से ही उन्होंने उसके साथ सरकार गठन को लेकर बातचीत रोक दी. सरकार गठन पर भाजपा के पाले में गेंद फेकते हुए शिवसेना प्रमुख ने कहा अब यह बीजेपी के ऊपर है कि गठबंधन की सरकार बनती है या नहीं? दावा किया कि लोकसभा चुनावों से पहले दोनों गठबंधन सहयोगियों में अगले कार्यकाल में मुख्यमंत्री पद ढाई-ढाई साल के लिये साझा करने की सहमति बनी थी.

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