”राष्ट्रपति शासन” वाले बयान पर भड़की शिवसेना, BJP को कहा- राष्‍ट्रपति आपकी जेब में हैं?

मुंबईः महाराष्‍ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर बीजेपी संग जारी रस्‍साकशी के बीच शिवसेना ने एक बार फिर से सहयोगी दल पर तीखा हमला किया है. फडणवीस सरकार में वित्तमंत्री सुधीर मुनगंटीवार के बयान पर पलटवार करते हुए शिवसेना ने सामना में लिखा है कि क्या राष्ट्रपति आपकी जेब में […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 2, 2019 12:35 PM

मुंबईः महाराष्‍ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर बीजेपी संग जारी रस्‍साकशी के बीच शिवसेना ने एक बार फिर से सहयोगी दल पर तीखा हमला किया है. फडणवीस सरकार में वित्तमंत्री सुधीर मुनगंटीवार के बयान पर पलटवार करते हुए शिवसेना ने सामना में लिखा है कि क्या राष्ट्रपति आपकी जेब में हैं?

सामना में शिवसेना ने लिखा कि राष्ट्रपति की मुहरवाला रबर स्टैंप राज्य के बीजेपी ऑफिस में ही रखा हुआ है. बीजेपी का शासन नहीं आया तो इस मुहर का प्रयोग कर राज्य में आपातकाल लागू किया जा सकता है.दरअसल शुक्रवार को बीजेपी नेता और महाराष्ट्र सरकार में वित्त मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने कहा था कि अगर राज्य में सात नवंबर तक नयी सरकार नहीं बनती है तो यहां राष्ट्रपति शासन लागू हो सकता है.

उन्होंने यह भी कहा कि सरकार गठन में मुख्य बाधा शिवसेना की ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री पद की मांग है. इस पर शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में लिखा है कि वर्तमान में महाराष्ट्र की राजनीति फिलहाल एक मजेदार ‘शोभायात्रा’ बन गई है और इसका जिम्मेदार कौन है? इसके आगे शिवसेना ने सुधीर मुनगंटीवार पर तंज कसते हुए कहा कि विदा होती सरकार के बुझे हुए जुगनू रोज नए-नए मजाक करके महाराष्ट्र को कठिनाई में डाल रहे हैं.

शिवसेना का कहना है, ‘सवाल इतना ही है कि महाराष्‍ट्र में सरकार क्‍यों नहीं बन रही है, इसका कारण कौन बताएगा? फिर से बीजेपी का ही मुख्‍यमंत्री बनने की घोषणा जिसने की होगी और सरकार बनाने का दावा पेश नहीं किया होगा तो उसके लिए क्‍या महाराष्‍ट्र की जनता को जिम्‍मेदार ठहराया जाए? और सरकार नहीं बनने पर राष्‍ट्रपति शासन लागू करने की मुगलिया धमकी है. कानून और संविधान किसी के गुलाम नहीं। महाराष्‍ट्र में जो झमेला चल रहा है, उसकी चिंगारी हमने नहीं फेंकी है, जनता ये जानती है.
बीजेपी पर कड़ा प्रहार करते हुए सामना के संपादकीय में लिखा गया है, लोकतंत्र में बहुमत का आंकड़ा हो या न हो, किसी और को सत्‍ता में नहीं आने देने के घमंड की महाराष्‍ट्र में हार हो चुकी है। और यही लोग राज्‍य में राष्‍ट्रपति शासन लगाने की चेतावनी दे रहे हैं. ऐसी धमकियों से महाराष्‍ट्र को फर्क नहीं पड़ता. राष्‍ट्रपति शासन लगाने की धमकी देने वाले पहले सरकार बनाने का दावा तो पेश करें.

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