पीएम मोदी के नये विमान में एडवांस मिसाइल सिस्टम, हवा में ही भरेगा ईंधन, ऐसे काम करेगी एयर इंडिया-वन की रक्षा प्रणाली

स्पेशल प्रोटेक्शन सुइट राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उप-राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू अब लंबी दूरी की यात्रा के लिए अमेरिकी ‘एयरफोर्स वन’ जैसे विमान में यात्रा करेंगे. यह विमान किसी भी तरह के मिसाइल को चकमा देने में माहिर होगा. आधुनिक तकनीकी के साथ सुरक्षात्मक रूप से भी उन्नत दो बोइंग 777 विमान […]

By Prabhat Khabar Print Desk | October 11, 2019 7:31 AM
स्पेशल प्रोटेक्शन सुइट
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उप-राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू अब लंबी दूरी की यात्रा के लिए अमेरिकी ‘एयरफोर्स वन’ जैसे विमान में यात्रा करेंगे. यह विमान किसी भी तरह के मिसाइल को चकमा देने में माहिर होगा. आधुनिक तकनीकी के साथ सुरक्षात्मक रूप से भी उन्नत दो बोइंग 777 विमान एयर इंडिया वन के बेड़े में साल 2020 तक शामिल होंगे. देश के तीनों सर्वोच्च व्यक्ति फिलहाल एयर इंडिया के बोइंग बी 747 विमानों से उड़ान भरते हैं. विमानों में स्टेस-ऑफ-द-आर्ट मिसाइल डिफेंस सिस्टम लगा होगा.
इस मिसाइल डिफेंस सिस्टम का नाम है लार्ज एयरक्राफ्ट इंफ्रारेड काउंटरमेजर्स (लायरकम). इसके अलावा इसमें सेल्फ प्रोटेक्शन सूट्स (एसपीएस) भी होंगे. इन दोनों डिफेंस सिस्टम की कीमत करीब 1349 करोड़ के आसपास है. यही दोनों सुरक्षा प्रणालियां अमेरिकी राष्ट्रपति के एयरफोर्स वन में भी लगे हुए हैं. खबर के मुताबिक, कस्टमाइज्ड बी-777 प्लेन को अमेरिकी विमान निर्माता कंपनी बोइंग अगले साल जुलाई में भारत को हैंडओवर करेगा. इसे ‘एयरइंडिया-वन’ के नाम से जाना जायेगा.
यह भी जानें
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अभी तक देश के वीवीआइपी फ्लाइट्स को उड़ाने की जिम्मेदारी एयर इंडिया के पायलटों के हाथ में
हवा में ही भरेगा ईंधन
ये विमान ईंधन भरने के लिए बिना जमीन पर लैंड किये अमेरिका और भारत के बीच उड़ान भर सकते हैं. यानी इन विमानों में हवा में ईंधन भरने की सुविधा भी मौजूद होगी.
सुरक्षा उपायों से लैस होंगे दोनों विमान
12 गार्जियन लेजर ट्रांसमिटर एसेंबलीज, 6 इंस्टॉल होंगे और 06 रहेंगे रिजर्व
08 लायरकम आयेंगे, 02 विमानों में एक-एक लगेंगे, 06 रहेंगे रिजर्व
05 काउंटर मेजर्स डिसपेंसिंग सिस्टम, 02 इंस्टॉल होंगे और 03 रहेंगे रिजर्व
ऐसे काम करेगी एयर इंडिया-वन की रक्षा प्रणाली
जैसे ही विमान पर किसी तरह के मिसाइल या ग्रेनेड अटैक होगा. इसके सारे सिस्टम ऑटोमैटिकली ऑन हो जायेंगे. सेंसर्स तत्काल अलार्म बजा देंगे और मिसाइल सिस्टम से मिसाइल निकल कर बाहर से आने वाली मिसाइल को प्लेन से दूर ही उड़ा देगी. इसके अलावा, प्लेन में स्पेशल प्रोटेक्शन सुइट होगा जो दुश्मन के रडार की फ्रीक्वेंसी जाम कर देगा. इसके बाद पायलट को यह सूचना भी मिलेगी कि दुश्मन का मिसाइल ध्वस्त हुआ या नहीं.

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