अगर सुब्रमण्यम स्वामी की बात मान ले मोदी सरकार तो पाकिस्तान की हो जाएगी नींद हराम

नयी दिल्लीः कश्मीर मसले को लेकर भारत-पाकिस्तान के बीच उपजे तनाव पर राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने एक ऐसी सलाह दी है, जो अगर अमल में आ जाए तो पाकिस्तान की नींद हराम हो जाएगी. रसातल में गई अर्थव्यवस्था वाले देश पाकिस्तान की हालत और खराब हो जाएगी. जम्मू कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 29, 2019 12:29 PM

नयी दिल्लीः कश्मीर मसले को लेकर भारत-पाकिस्तान के बीच उपजे तनाव पर राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने एक ऐसी सलाह दी है, जो अगर अमल में आ जाए तो पाकिस्तान की नींद हराम हो जाएगी. रसातल में गई अर्थव्यवस्था वाले देश पाकिस्तान की हालत और खराब हो जाएगी. जम्मू कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा खत्म होने और अनुच्छेद 370 हटाने के बाद से ही बौखलाहट में है.

उसने भारत से हर तरह के संबंध खत्म कर लिए. युद्ध की धमकी के बाद पाकिस्तान ने अपना एयरस्पेस बंद करने की धमकी दी है. ये अलग बात है कि उसके इस फैसले से भारत से ज्यादा पाकिस्तान का ही नुकसान होगा. बालाकोट स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान ने भारत के लिए एयरस्पेस बंद किया था. करीब 140 दिन के बाद अपने हो रहे घाटे को देखते हुए स्वतः ही इस फैसले को वापस ले लिया था.

पाकिस्तान द्वारा एयरस्पेस बंद करने की धमकी पर सुब्रमण्यम स्वामी ने सरकार को सलाह दी है कि कि अगर पाक हमारे वाणिज्यिक और नागरिक विमानों के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद कर देता है, तो भारत को कराची बंदरगाह के लिए अरब सागर से जाने वाले जहाजों के लिए मार्ग बंद कर देना चाहिए.

अगर हकीकत में भारत अरब सागर से कराची जाने वाले मार्ग पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दे तो पाकिस्तान की हालत खराब हो जाएगी. पाकिस्तान को इससे काफी ज्यादा आर्थिक नुकसान होगा.

अरब सागर मार्ग बंद होने पर क्या होगा
कराची बंदरगाह समुद्र के रास्ते कमाई के मामले में पाकिस्तान को सबसे ज्यादा रेवेन्यू देता है. कराची पोर्ट ट्रस्ट के मुताबिक, बंदरगाह पर सालाना करीब 1600 जहाज पहुंचते हैं. अगर भारत अरब सागर में अपना क्षेत्र बंद करता है तो कराची जाने वाले करीब 60 फीसदी जहाजों को रास्ता बदलना होगा. इससे, सबसे ज्यादा नुकसान चीन और पाकिस्तान को होगा.
अगर भारत अरब सागर में प्रतिबंध लगाता है तो सभी दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों की तरफ से आने वाले जहाजों के अफ्रीका के नजदीक से होकर जाना पड़ेगा. इससे यात्रा का समय करीब एक दिन या उससे अधिक बढ़ सकता है. यात्रा का समय और दूरी बढ़ने से जहाजों के ईंधन का खर्च भी बढ़ेगा.
ऐसे में वे जहाज जो कराची रुककर आगे बढ़ना चाह रहे होंगे, उन्हें किसी और बंदरगाह पर रुकना पड़ेगा. दूसरे देशों के जहाज अफ्रीका, यमन, ओमान के रास्ते ही पाकिस्तान की तरफ जा पाएंगे. या इन्हीं देशों के बंदरगाहों का उपयोग करेंगे.
अगर भारत अरब सागर में प्रतिबंध लगाता है तो उससे कराची बंदरगाह की कमाई में करीब 40 फीसदी की गिरावट आएगी. हो सकता है इससे ज्यादा भी आर्थिक नुकसान हो. पहले से ही तंगहाली से गुजर रहे पाकिस्तान अब किसी और मोर्चे पर आर्थिक नुकसान का झटका नहीं झेल पाएगा.

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