केरल : जर्नलिस्ट की मौत के मामले में आईएएस अधिकारी श्रीराम वेंकटरमन गिरफ्तार

तिरुवनंतपुरम : आईएएस अधिकारी श्रीराम वेंकटरमन को एक पत्रकार की मौत के मामले में शनिवार को गिरफ्तार किया गया. आईएएस पर कथित तौर पर नशे में अपनी गाड़ी से पत्रकार की मोटरसाइकिल में टक्कर मारने का आरोप है. पुलिस ने यह जानकारी दी. आईएएस अधिकारी को भारतीय दंड संहिता की धारा 279 (लापरवाही से गाड़ी […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 3, 2019 10:16 PM

तिरुवनंतपुरम : आईएएस अधिकारी श्रीराम वेंकटरमन को एक पत्रकार की मौत के मामले में शनिवार को गिरफ्तार किया गया. आईएएस पर कथित तौर पर नशे में अपनी गाड़ी से पत्रकार की मोटरसाइकिल में टक्कर मारने का आरोप है. पुलिस ने यह जानकारी दी. आईएएस अधिकारी को भारतीय दंड संहिता की धारा 279 (लापरवाही से गाड़ी चलाना) और 304 (गैर-इरादतन हत्या के लिए दंड) के तहत गिरफ्तार किया गया. 33 वर्षीय अधिकारी को गुरुवार को राज्य मंत्रिमंडल ने सर्वेक्षण निदेशक नियुक्त किया था. एक जांच अधिकारी के अनुसार, हमने वेंकटरमन को अस्पताल में गिरफ्तार किया. हमने उन पर आईपीसी की धारा 279 और 304 के तहत मामला दर्ज किया है.

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वेंकटरमन एक डॉक्टर हैं और वह मेडिकल के प्रतिभावान छात्र रहे हैं. उन्होंने कथित तौर पर लापरवाही से गाड़ी चलाते हुए मलयालम अखबार ‘सिराज’ के ब्यूरो प्रमुख के मोहम्मद बशीर (35) की मोटरसाइकिल में टक्कर मार दी. उस समय पत्रकार काम से घर लौट रहे थे. बशीर के परिवार में पत्नी और दो बच्चे हैं. आईएएस अधिकारी विदेश से उच्च शिक्षा पूरी करने के बाद हाल ही में राज्य लौटे. घटना के वक्त उनकी महंगी कार में उनकी मॉडल-दोस्त वफा फिरोजा भी थीं.

इस बीच, मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन, राज्य मंत्री कडक्कमपल्ली सुरेंद्रन, ई चंद्रशेखरन, पी थिलोथमन, विधानसभा में विपक्ष के नेता रमेश चेन्नीतला, भाकपा प्रदेश सचिव कणम राजेंद्रन और अन्य विधायकों समेत विभिन्न क्षेत्रों के लोगों ने यहां प्रेस क्लब में बशीर के पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि दी. पत्रकार जगत ने यहां बशीर को नम आंखों से विदाई दी. वह पिछले 12 वर्षों से मीडिया और सामाजिक जगत में लोकप्रिय थे. उनके पार्थिव शरीर को बाद में कोझीकोड में उनके गृह नगर वटकरा ले जाया गया.

वेंकटरमन हैदराबाद के एक सभ्रांत इलाके में एक क्लब में पार्टी के बाद लौट रहे थे, तभी यह हादसा हुआ. पुलिस की इस बात को लेकर काफी आलोचना हुई कि उन्हें अधिकारी की चिकित्सा जांच के लिए उनका खून का नमूना लेने में तकरीबन नौ घंटे का समय लग गया, जबकि प्रत्यक्षदर्शियों ने पुलिस और मीडिया को बताया कि वेंकटरमन नशे की हालत में गाड़ी चला रहे थे. इस मामले में कई मोड़ आये.

आईएएस अधिकारी ने शुरुआत में दावा किया कि उनकी दोस्त गाड़ी चला रही थी. हालांकि, प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि ड्राइवर की सीट की तरफ से नशे की हालत में एक पुरुष बाहर निकला था. बाद में, वफा फिरोजा ने भी पुलिस को बयान दिया कि वेंकटरमन गाड़ी चला रहे थे. पुलिस ने बताया कि वे वफा को बयान दर्ज कराने के लिए मजिस्ट्रेट के पास लेकर गये. मोटरसाइकिल और कार के हिस्से आसपास बिखरे हुए पाये गये और बशीर की चप्पलें और कुछ सामान घटनास्थल से कुछ मीटर दूर पाये गये.

प्रत्यक्षदर्शियों ने टेलीविजन चैनलों को बताया कि कार ने कुछ ऑटोरिक्शा से आगे निकलते हुए तेज गति में मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी. टक्कर इतनी जबरदस्त थीं कि बशीर की मौके पर ही मौत हो गयी. केरल यूनियन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट (केयूडब्ल्यूजे) ने मामले में दोषी के खिलाफ कार्रवाई के लिए उचित तथा निष्पक्ष जांच की मांग की है. परिवहन मंत्री एके शशिंद्रन ने कहा कि आईएएस अधिकारी को नियमों का सख्ती से पालन कर अन्य के लिए उदाहरण पेश करना चाहिए था.

मोटर वाहन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि अधिकारी का ड्राइविंग लाइसेंस रद्द किया जायेगा. घटना पर शोक जताते हुए मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा कि मीडिया समुदाय ने एक प्रतिभावान सदस्य खो दिया. विपक्ष के नेता रमेश चेन्नीतला और देवस्वओम मंत्री कडक्कमपल्ली सुरेंद्रन ने पत्रकार की मौत पर गहरा शोक जताया है. केयूडब्ल्यूजे विजयन और डीजीपी लोकनाथ बेहेरा को लिखे अलग-अलग पत्रों में घटना में निष्पक्ष जांच तथा दोषी के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की है.

साल 2013 की लोक सेवा परीक्षा में दूसरी रैंक हासिल करने वाले वेंकटरमन उस समय सुर्खियों में आये थे, जब उन्होंने इडुक्की जिले के पर्वतीय स्थल मुन्नार में सरकारी जमीन पर अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की थी. उन्होंने उस समय मीडिया का ध्यान खींचा था, जब अतिक्रमण के खिलाफ अभियान के तौर पर मुन्नार में ‘आध्यात्मिक पर्यटन’ की आड़ में बनाये गये 30 फुट लंबे धातु के क्रूस को गिरा दिया था.

मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन ने उनके इस काम पर गहरी नाखुशी जतायी थी तथा उनके मंत्रिमंडल के सहयोगी एमएम मणि ने आईएएस अधिकारी के खिलाफ घृणित टिप्पणियां करके एक विवाद को जन्म दे दिया था. वाम सरकार ने बाद में वेंकटरम का तबादला कर दिया था और रोजगार एवं प्रशिक्षण निदेशक के पद पर उनकी नियुक्ति कर दी थी.

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