पश्चिमी अफ्रीका के तीन देशों की यात्रा पर रवाना हुये राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद

नयी दिल्ली: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पश्चिमी अफ्रीका के तीन देशों की यात्रा के लिये रवाना हुये. उऩकी इस यात्रा का पहला पड़ाव बेनिन होगा. इसके बाद राष्ट्रपति गांबिया जायेंगे फिर गिनी की यात्रा करेंगे. उनकी इस यात्रा को अफ्रीकी देशों के साथ भारत की व्यापारिक और रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने की दिशा में बड़ा […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 28, 2019 10:06 AM

नयी दिल्ली: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पश्चिमी अफ्रीका के तीन देशों की यात्रा के लिये रवाना हुये. उऩकी इस यात्रा का पहला पड़ाव बेनिन होगा. इसके बाद राष्ट्रपति गांबिया जायेंगे फिर गिनी की यात्रा करेंगे. उनकी इस यात्रा को अफ्रीकी देशों के साथ भारत की व्यापारिक और रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है.

राष्ट्रपति की विदेश यात्रा का विवरण देते हुये विदेश मंत्रालय के सचिव विजय सिंह ठाकुर ने बताया कि राष्ट्रपति के प्रतिनिधिमंडल में केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम तथा पशुपालन राज्य मंत्री प्रताप सारंगी तथा पश्चिम बंगाल से भारतीय जनता पार्टी के सांसद दिलीप घोष शामिल हैं.
पश्चिमी अफ्रीकी देशों की पहली यात्रा
दरअसल, ये पहला मौका है जब भारत के कोई राष्ट्रपति पश्चिमी अफ्रीकी देशों की यात्रा कर रहे हैं. इससे पहले भारत ने बेनिन के राष्ट्रपति की आगवानी की है. बेनिन के राष्ट्रपति पेट्रिस टेलन साल 2017 में अहमदाबाद में आयोजित अफ्रीकी विकास बैंक की बैठक में भाग लेने आये थे.
बेनिन सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार
बता दें कि पश्चिमी अफ्रीका में बेनिन भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है. भारत के साथ बेनिन की व्यापारिक साझेदारी लगभग 80 करोड़ 30 लाख डॉलर की है. भारत की लगभग 100 कंपनियां पर्यटन और इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में व्यापार कर रही है.
अपने दौरे के दौरान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद यहां प्रवासी भारतियों के कार्यक्रम को संबोधित करने के अलावा बेनिन की नेशनल असेंबली को भी संबोधित करेंगे.
प्रधानमंत्री ने की थी इसकी पहल
बेनिन के बाद राष्ट्रपति गांबिया का दौरा करेंगे. अटलांटिक तट पर बसे इस अफ्रीकी देश के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने पहले कार्यकाल के दौरान संबंधो को मजबूत करने पर जोर दिया था.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद आखिर में गिनी पहुंचेंगे. दोनों के बीच द्विपक्षीय व्यापार तकरीबन 81 करोड़ 90 लाख रुपये का है जिसमें प्रमुखता से हेल्थ और आईटी सेक्टर की हिस्सेदारी है.
अफ्रीकी देशों के साथ संबधों पर जोर
गौरतलब है कि इन तीन देशों की यात्रा के साथ ही राष्ट्रपति के विदेशी दौरों की संख्या 23 हो जायेंगी. इन 23 देशों में 10 केवल अफ्रीका हैं. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि भारत अफ्रीकी देशों के साथ अपने व्यापारिक, सांस्कृतिक और रणनीतिक संबंधो को मजबूत करने की दिशा में कितना प्रतिबद्ध है.

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