देश के कई राज्यों में भारी बारिश से भीषण बाढ़, पड़ोसी देश नेपाल में भी हालात हुए बेकाबू

नयी दिल्ली: मानसून की मूसलाधार बारिश देश के कई राज्यों को राहत पहुंचा रही है तो कई राज्यों भीषण बाढ़ की चपेट में हैं. बारिश कहीं उमस भरी बारिश से लोगों को सुकून पहुंचा रही है तो कहीं लोगों के पास आशियाना तक नहीं बचा है. आपको रूबरु करवाते हैं देश के अलग-अलग हिस्सों से […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 18, 2019 3:23 PM

नयी दिल्ली: मानसून की मूसलाधार बारिश देश के कई राज्यों को राहत पहुंचा रही है तो कई राज्यों भीषण बाढ़ की चपेट में हैं. बारिश कहीं उमस भरी बारिश से लोगों को सुकून पहुंचा रही है तो कहीं लोगों के पास आशियाना तक नहीं बचा है. आपको रूबरु करवाते हैं देश के अलग-अलग हिस्सों से भारी बारिश और बाढ़ की तस्वीरों से.

पहली तस्वीर है तमिलनाडू के कोचादई इलाके से जहां भारी बारिश के बीच पानी का पाइपलाइन फट गया और पहले ही जलप्लावन जैसी समस्या का सामना कर रहा ये इलाका जलमग्न हो गया. पानी लोगों के घरों में घुस गया जिससे उन्हे काफी परेशानी उठानी पड़ी.

इधर दिल्ली एनसीआर में भी कल लंबे इंतजार के भारी बारिश हुयी. कई घंटो तक हुई मूसलाधार बारिश ने लोगों को गर्मी से राहत पहुंचाई लेकिन कई इलाकों में जलजमाव की स्थिति बन गई. तुगलकाबाद रेलवे अंडरपास के पास पुल के नीचे इतना पानी जमा हो गया कि यहां गाड़ियां आधी डूबती हुई नजर आईं. जलजमाव के कारण तुगलकाबाद समेत कई इलाकों में भीषण ट्रैफिक जाम लग गया.

ऐसी ही एक तस्वीर कर्नाटक के मंगलूरू सेंट्रल रेलवे स्टेशन से सामने आयी है जहां कुछ घंटों की भारी बारिश के बाद स्टेशन परिसर में जलजमाव हो गया. बता दें कि मौसम विभाग ने आने वाले चार-पांच दिनों तक राज्य में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है. विभाग का कहना है कि प्रशासन को किसी भी स्थिति से निपटने के लिये जरुरी तैयारियां कर लेनी चाहिये.

पूर्वोत्तर राज्य असम में ब्रह्मपुत्र सहित सहायक नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. इसकी वजह आसपास के कई गांव बाढ़ से प्रभावित हो गये हैं. यहां लोगों के घरों में पानी घुस गया है और लोग डेंगी (छोटी नावों) के सहारे आवागमन कर रहे हैं. यहां भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं में अब तक दो दर्जन से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है वहीं हजारों लोग प्रभावित हैं.

पड़ोसी देश नेपाल भी भारी बारिश की वजह से बाढ़ जैसे हालातों का सामना कर रहा है. यहां मरने वालों की संख्या 90 तक पहुंच गई है वहीं 29 लोग अब भी लापता हैं. तकरीबन 3, 366 लोगों को अभी तक बचाव दल ने रेस्क्यू किया है.

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