नहीं मिला पेरोल, तो वाराणसी में अतीक अहमद ने छोड़ा मैदान

वाराणसी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ लोकसभा चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन करने वाले पूर्व सांसद अतीक अहमद को पेरोल नहीं मिला. लिहाजा, उन्होंने चुनाव मैदान छोड़ने का एलान किया दिया. इस बाबत उन्होंने मीडिया को खुली चिट्ठी लिखी. दरअसल, अतीक अहमद नैनी जेल में बंद हैं. वह चुनाव प्रचार के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 14, 2019 7:10 AM
वाराणसी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ लोकसभा चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन करने वाले पूर्व सांसद अतीक अहमद को पेरोल नहीं मिला. लिहाजा, उन्होंने चुनाव मैदान छोड़ने का एलान किया दिया.
इस बाबत उन्होंने मीडिया को खुली चिट्ठी लिखी. दरअसल, अतीक अहमद नैनी जेल में बंद हैं. वह चुनाव प्रचार के लिए पेरोल पर जेल से बाहर आना चाहते थे, मगर उन्हें इसकी इजाजत नहीं मिली. पहले तो एमपी और एमएलए कोर्ट ने पैरोल की उनकी अर्जी ठुकरा दी.
बाद में हाइकोर्ट ने भी उनकी अपील खारिज कर दी. अहमद ने अपने वकील शहनवाज आलम को अपना चुनाव एजेंट बनाया था. जब अहमद को चुनाव प्रचार के लिए जेल से बाहर आने का अवसर नहीं दिया गया, तो उन्होंने जेल से ही मीडिया को पत्र लिख दिया कि वह चुनाव मैदान से हट रहे हैं. हालांकि उन्होंने किसी उम्मीदवार के समर्थन करने से इनकार कर दिया है. अलबत्ता, प्रशासन पर उन्होंने अपनी भड़ास खूब निकाली.
पत्र में लिखा है कि भारत में लोकतंत्र की जड़ें बहुत मजबूत हैं, लेकिन ऐसी विचारधारा के लोग भी मौजूद हैं, जो लोकतंत्र को समाप्त करना चाहते हैं. पत्र में मतदाताओं से सांप्रदायिक ताकतों को परास्त करने की अपील की गयी है. बहरहाल, चूंकि नामांकन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. लिहाजा बैलेट यूनिट में अतीक अहमद का नाम और चुनाव चिह्न अंकित रहेगा.