मनमोहन सरकार ने किये छह सर्जिकल स्ट्राइक, कांग्रेस ने बतायी तारीख और जगह

नयी दिल्ली : कांग्रेस ने मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र द्वारा वैश्विक आतंकवादी घोषित कराने का श्रेय लेने पर गुरुवार को मोदी सरकार पर प्रहार किया तथा उससे पाकिस्तान के इस दावे पर जवाब देने को कहा कि कश्मीर और पुलवामा प्रकरण को जैश-ए- मोहम्मद के प्रमुख को प्रतिबंध सूची में डालने की प्रक्रिया से […]

By Prabhat Khabar Print Desk | May 3, 2019 9:48 AM

नयी दिल्ली : कांग्रेस ने मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र द्वारा वैश्विक आतंकवादी घोषित कराने का श्रेय लेने पर गुरुवार को मोदी सरकार पर प्रहार किया तथा उससे पाकिस्तान के इस दावे पर जवाब देने को कहा कि कश्मीर और पुलवामा प्रकरण को जैश-ए- मोहम्मद के प्रमुख को प्रतिबंध सूची में डालने की प्रक्रिया से अलग कर दिया गया.

कांग्रेस ने यह भी दावा किया है कि यूपीए सरकार के शासनकाल में छह आतंकवाद विरोधी सर्जिकल हमलों को अंजाम दिया गया. कांग्रेस ने इन हमलों की सूची भी जारी की है.

कांग्रेस ने कहा कि उसने कभी भी सैन्य हमलों का राजनीतिक लाभ उठाने की चेष्टा नहीं की. पार्टी के वरिष्ठ नेता पी चिदम्बरम ने कहा कि कांग्रेस इस बात से प्रसन्न है कि जैश के सरगना अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करने की प्रक्रिया सफलतापूर्वक अंजाम तक पहुंची.

उन्होंने सवाल उठाया कि क्यों पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान चाहते हैं कि नरेंद्र मोदी को भारत के प्रधानमंत्री के रूप में अगला कार्यकाल मिले. कांग्रेस ने पाकिस्तान के इस दावे की निंदा की कि वह अजहर पर प्रतिबंध के प्रस्ताव पर तभी राजी हुआ है जबकि पुलवामा हमले के साथ उसे (अजहर को) जोड़ने की कोशिश समेत सभी ‘राजनीतिक संदर्भों’ को इस प्रस्ताव से हटा दिया गया.

कांग्रेस ने कहा कि यह गंभीर मामला है और ‘‘पाकिस्तान की इस शरारत” का जवाब दिया जाना चाहिए. सबसे पहले 2009 में भारत ने अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने के लिए खुद ही प्रस्ताव पेश किया था. फिर 2016 में भारत ने अजहर पर पाबंदी के लिए संयुक्त राष्ट्र 1267 प्रतिबंध समिति में पी 3 – अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस के साथ प्रस्ताव रखा. अजहर जनवरी, 2016 में पठानकोट वायुसेना अड्डे पर हमले का भी ‘‘मास्टरमाइंड” रहा है. 2017 में पी 3 के राष्ट्रों ने एक बार फिर ऐसा ही प्रस्ताव पेश किया. हालांकि सभी मौकों पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के वीटो वाले स्थायी सदस्य चीन ने प्रतिबंध समिति को भारत के इस प्रस्ताव को स्वीकार करने नहीं दिया.

कांग्रेस प्रवक्त राजीव शुक्ला ने केंद्रीय मंत्रियों- अरूण जेटली और निर्मला सीतारमण द्वारा संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में दिये गये बयान की निंदा की. उन्होंने कहा कि वैश्विक आतंकवादी घोषित किया जाना निरंतर प्रक्रिया का परिणाम है और केवल एक सरकार को इसका श्रेय नहीं लेना चाहिए.

उन्होंने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘हम हाथ जोड़कर उनसे हर चीज का श्रेय नहीं लेने का अनुरोध करते हैं. श्रेय लेना और अपनी प्रशंसा करना बंद कीजिए. देश को यह भी बताइए कि आपने ही अजहर को जम्मू जेल से छोड़ा था. हमने हाफिज सईद को (मुम्बई हमले के बाद) वैश्विक आतंकवादी घोषित करवाया.”

शुक्ला ने कहा कि यह कांग्रेस ही थी जिसने सईद, जकीउर रहमान लखवी और अन्य आतंकवादियों को वैश्विक आतंकवादी घोषित कराया. उन्होंने कहा, ‘‘मैं पाकिस्तान सरकार के इस दावे की भी निंदा करता हूं कि यह उसकी कूटनीतिक जीत है. वह कह रहा है कि हमने पुलवामा और कश्मीर को उससे असंबद्ध करा दिया और फिर यह घोषणा की गयी.”

शुक्ला ने कहा कि सरकार को पाकिस्तान की ‘‘इस शरारत (इस दावे)” का जवाब देना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘‘यह एक गंभीर मामला है। हमारे लिए, पुलवामा बड़ा महत्वपूर्ण है क्योंकि अजहर की सीधी भूमिका थी. उसने मान भी लिया था. (यदि पाकिस्तान के दावे को सही मान लिया जाए तो) इसका मतलब होगा कि पिछली घटनाएं और 26/11 मुम्बई आतंकवादी हमले उसे प्रतिबंध सूची में डाले जाने का आधार है जिसके लिए हमने सारे दस्तावेज सौंपे थे.”

उन्होंने कहा कि सराकर के मंत्रियों को इस पर भी प्रेस कांफ्रेंस करनी चाहिये. अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित किये जाने को भारत के लिए बड़ी कूटनीतिक जीत करार देते हुए भाजपा ने गुरुवार को कहा था कि विपक्षी दल इस उपलब्धि पर खुशी मनाने को अनिच्छुक हैं क्योंकि वे महसूस करते हैं कि उन्हें इसकी राजनीतिक कीमत चुकानी पड़ सकती है. शुक्ला ने रणनीतिक कार्रवाईयों का श्रेय लेने की भाजपा की आलोचना की.

शुक्ला ने कहा कि यूपीए सरकार ने छह सर्जिकल स्ट्राइक की थी- पुंछ के भट्टल सेक्टर में (19 जून, 2008), केल में शारदा सेक्टर, नीलम नदी घाटी के पार (30 अगस्त-एक सितम्बर, 2011), सावन पात्रा चेकपोस्ट (छह जनवरी, 2013), नाजपीर सेक्टर (27-28 जुलाई, 2013), नीलम घाटी (छह अगस्त, 2013) और एक सर्जिकल स्ट्राइक 23 दिसम्बर, 2013 को की गयी थी.

उन्होंने भाजपा के नेतृत्व वाली अटल बिहारी वाजपेयी की पिछली एनडीए सरकार के तहत की गयी दो सर्जिकल की भी सूची जारी की. ये सर्जिकल स्ट्राइक नादला एन्क्लेव, नीलम नदी के पार (21 जनवरी, 2000) और पुंछ में बरोह सेक्टर (18 सितंबर, 2003) हैं.

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