BJP ने तमिलनाडु में पुराने साथी AIADMK को लगाया गले, पांच सीटों पर चुनाव लड़ेगा भगवा दल

चेन्नई : तमिलनाडु में सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक और भाजपा के बीच आगामी लोकसभा चुनावों के लिए मंगलवार को गठबंधन हुआ जिसके तहत भगवा दल राज्य में पांच सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगा. अन्नाद्रमुक के संयोजक और उप-मुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम तथा केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता पीयूष गोयल ने महागठबंधन की घोषणा की. गोयल तमिलनाडु […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 19, 2019 6:21 PM

चेन्नई : तमिलनाडु में सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक और भाजपा के बीच आगामी लोकसभा चुनावों के लिए मंगलवार को गठबंधन हुआ जिसके तहत भगवा दल राज्य में पांच सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगा. अन्नाद्रमुक के संयोजक और उप-मुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम तथा केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता पीयूष गोयल ने महागठबंधन की घोषणा की.

गोयल तमिलनाडु के लिए भाजपा के प्रभारी हैं. दोनों दलों के बीच दूसरे और अंतिम दौर की चर्चा के बाद यह घोषणा की गयी. चर्चा में मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी भी शामिल थे. इससे पहले अन्नाद्रमुक ने पीएमके के साथ समझौता किया जिसके तहत वेन्नियार की पार्टी को 40 में से सात सीटें दी गयीं. केंद्र शासित क्षेत्र पुडुचेरी की सीट भी पीएमके के हिस्से में गयी है. यह स्पष्ट नहीं है कि अन्नाद्रमुक कितने सीटों पर चुनाव लड़ेगी. अन्नाद्रमुक ने आगामी संसदीय चुनावों के लिए व्यापक आधारवाले मोर्चे को पेश करने की दिशा में पहला कदम उठाते हुए पट्टाली मक्कल कत्ची (पीएमके) के साथ राजनीतिक गठबंधन की घोषणा की. पीएमके को राज्यसभा की भी एक सीट दिये जाने का निर्णय किया गया है.

शहर के एक होटल में चुनावी गठबंधन के औपचारिक समझौते पर अन्नाद्रमुक एवं पीएमके के नेतृत्व के बीच हस्ताक्षर हुए. पनीरसेल्वम ने बताया कि समझौते के तहत पीएमके तमिलनाडु में 21 विधानसभा क्षेत्रों में संभावित उपचुनाव में अन्नाद्रमुक का समर्थन करेगी. पीएमके के साथ यह समझौता होना अन्नाद्रमुक के लिए एक बड़ी कामयाबी के तौर पर देखा जा रहा है. पीएमके के तमिलनाडु के कई उत्तरी एवं पश्चिमी क्षेत्रों में महत्त्वपूर्ण गुट हैं. 2014 के लोकसभा चुनावों में पीएमके भाजपा नीत गठबंधन का हिस्सा थी और उसने आठ सीटों पर चुनाव लड़ा था और धर्मपुरी सीट पर जीत हासिल की थी.

विपक्षी मोर्चे में कांग्रेस मुख्य साझेदार है, उसमें सीटों के बंटवारे के संबंध में बातचीत अब भी जारी है. पीएमके को गठबंधन में लाने का द्रमुक का प्रयास सफल नहीं हो पाया. पीएमके के संस्थापक नेता एस रामदास ने गठबंधन को ‘लोगों के कल्याण का गठबंधन, एक महा गठबंधन और एक विजयी गठबंधन’ बताया. उन्होंने कहा, तमिलनाडु के लोगों के अधिकारों को फिर हासिल करने के लिए, हमने मांगों का 10-सूत्रीय चार्टर बनाया है. इन मांगों में कावेरी डेल्टा जिलों को संरक्षित कृषि क्षेत्र घोषित करना, तमिलनाडु में जातीय आधार पर जनगणना और राजीव गांधी हत्याकांड के सात आरोपियों की रिहाई शामिल है. उन्होंने कहा, यह गठबंधन तमिलनाडु और पुडुचेरी के सभी 40 निर्वाचन क्षेत्रों में जीत हासिल करेगा.

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