मध्‍यप्रदेश में भाजपा का सपना चकनाचूर, बसपा-सपा कांग्रेस के साथ

भोपाल : पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में मध्‍य प्रदेश का चुनाव भाजपा और कांग्रेस दोनों के लिए अहम रहा क्योंकि यहां दोनों पार्टियों में से किसी को जनता ने बहुमत नहीं दिया. सत्ता की चाबी बसपा, सपा और अन्य के पास नजर आ रही थी लेकिन मायावती ने बुधवार को भाजपा के सपने […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 12, 2018 8:51 AM

भोपाल : पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में मध्‍य प्रदेश का चुनाव भाजपा और कांग्रेस दोनों के लिए अहम रहा क्योंकि यहां दोनों पार्टियों में से किसी को जनता ने बहुमत नहीं दिया. सत्ता की चाबी बसपा, सपा और अन्य के पास नजर आ रही थी लेकिन मायावती ने बुधवार को भाजपा के सपने को चकनाचूर कर दिया. मायावती ने कहा कि हमारा समर्थन कांग्रेस को मिलेगा. उन्होंने कहा कि रिजल्ट दिखाता है कि छत्तीसगढ़, राजस्थान और मध्य प्रदेश में जनता भाजपा के विरोध में है. विकल्प की कमी में लोगों ने कांग्रेस को स्वीकार किया. अच्छी बात रही कि ऐसे हालात में भी हमारे उम्मीदवारों को वोट मिले, हालांकि हम ज्यादा सीट नहीं जीत सके.

इधर, समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश में सरकार बनाने में हमारी पार्टी कांग्रेस का समर्थन करेगी.

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यहां चर्चा कर दें कि मध्‍यप्रदेश में 230 सीटों में से कांग्रेस ने 114 सीटों पर कब्जा जमाया है और सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. वहीं, भाजपा की बात करें तो पिछले 15 सालों से सत्तारूढ़ पार्टी को 109 सीटें मिली है. सूबे में सरकार बनाने के लिए 116 सीटों की आवश्‍यकता थी जिसतक कांग्रेस पहुंचती दिख रही है. परिणाम आने के बाद अब दोनों ही पार्टियों ने सरकार बनाने का दावा किया है. ऐसे में किंगमेकर की भूमिका मायावती की पार्टी बसपा और समाजवादी पार्टी के विधायक निभाने वाले थे लेकिन आज मायावती ने सारे कयासों पर विराम लगा दिया.

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सुबह तक ये था फॉर्मूला
कांग्रेस ने 114 सीट जीती है. आज सुबह तक ये कयास लगाये जा रहे थे कि अगर कांग्रेस को समाजवादी पार्टी और बसपा समर्थन अपना समर्थन दे देती है तो वह आसानी से सरकार बना लेगी. कांग्रेस 114+ बसपा 2+ सपा 1= कुल 117. यानी कांग्रेस की सरकार प्रदेश में आ जाएगी. इस कयास को मायावती ने साबित किया है. भाजपा को लेकर बात की जा रही थी कि 109 सीट उसके पास है. अगर चार निर्दलीय विधायक भी उसका साथ दे देते हैं तो पार्टी बहुमत से तीन कदम दूर होगी. यदि समाजवादी पार्टी और बसपा भाजपा का साथ देगी तो भाजपा सरकार बना लेगी. भाजपा 109+निर्दलीय 4+ बसपा 2+ सपा 1= कुल 116. लेकिन मायावती के बयान से इस कयास को जोरदार धक्का लगा है.


भाजपा ने सरकार बनाने का दावा किया
निर्दलीय विधायकों ने फिलहाल पत्ते नहीं खोले हैं. यहां चर्चा कर दें कि जीतने वाले सभी चार विधायक कांग्रेस के ही बागी हैं जो अंतिम वक्त में पार्टी के साथ जा सकते हैं. हालांकि सभी ने कहा है कि वह कार्यकर्ताओं से बात कर अंतिम निर्णय तक पहुंचेंगे. इस बीच भाजपा ने सरकार बनाने का दावा किया है. मध्य प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राकेश सिंह ने देर यह दावा किया है. उन्होंने अपने ट्विटर वॉल पर लिखा कि प्रदेश में कांग्रेस को जनादेश नहीं मिला है. कई निर्दलीय और अन्य भाजपा के संपर्क में हैं. हम बुधवार को राज्यपाल महोदया से मिलेंगे. इधर , कांग्रेस ने आधिकारिक तौर पर पत्र भेजकर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात का वक्त मांगा है.

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