सीबीआई डायरेक्टर को हटाने पर कांग्रेस का देशव्यापी प्रदर्शन, राहुल ने दी गिरफ्तारी, बोले- प्रधानमंत्री सच से भाग सकते हैं, छिप नहीं सकते

नयीदिल्‍ली : घूसकांड से शुरू हुई सीबीआई की जंग अब पूरी तरह से राजनीतिक हो गयी है. शुक्रवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की अगुआई में विपक्षी पार्टियों ने सीबीआई दफ्तर के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया. राहुल ने सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा से अधिकार वापस लेकर उन्हें छुट्टी पर भेजे जाने के सरकार के कदम […]

By Prabhat Khabar Print Desk | October 27, 2018 3:07 AM
नयीदिल्‍ली : घूसकांड से शुरू हुई सीबीआई की जंग अब पूरी तरह से राजनीतिक हो गयी है. शुक्रवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की अगुआई में विपक्षी पार्टियों ने सीबीआई दफ्तर के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया. राहुल ने सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा से अधिकार वापस लेकर उन्हें छुट्टी पर भेजे जाने के सरकार के कदम के खिलाफ विरोध प्रदर्शित करने के बाद गिरफ्तारी भी दी.
साथ ही उन्होंने इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से माफी की मांग की. राहुल के साथ अशोक गहलोत, प्रमोद तिवारी समेत अन्य कांग्रेस नेताओं ने भी गिरफ्तारी दी. कांग्रेस प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए राहुल ने पीएम मोदी पर सीबीआई, चुनाव आयोग और प्रवर्तन निदेशालय समेत अन्य संस्थानों को बर्बाद करने का आरोप लगाया.
राफेल लड़ाकू विमान सौदे पर प्रधानमंत्री के खिलाफ अपने आरोपों को दोहराते हुए गांधी ने एक बार फिर उन्हें चौकीदार कह कर पुकारा और कहा कि उन्होंने 30,000 करोड़ रुपये अनिल अंबानी की जेब में जमा किये. कांग्रेस चौकीदार को चोरी नहीं करने देगी. प्रधानमंत्री सच से भाग सकते हैं लेकिन उससे छिप नहीं सकते. गांधी ने कहा कि सच सामने आकर रहेगा.
साथ ही उन्होंने कहा कि सीबीआई निदेशक को हटाने से सच प्रभावित नहीं होगा. अशोक गहलोत, अहमद पटेल, मोतीलाल वोरा, वीरप्पा मोइली और आनंद शर्मा समेत कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं ने उस मार्च में हिस्सा लिया जो सीबीआई मुख्यालय पहुंचने से पहले एक विरोध प्रदर्शन में तब्दील हो गया.
लोकतांत्रिक जनता दल के नेता शरद यादव, भाकपा नेता डी राजा और तृणमूल कांग्रेस के नदीम-उल-हक भी इस प्रदर्शन में शामिल हुए. प्रदर्शनकारियों ने अपने हाथों में पोस्टर ले रखे थे जिन पर प्रधानमंत्री के खिलाफ नारे लिखे थे. प्रदर्शनकारियों में से एक ने सीबीआई को पिंजरे में दर्शाते हुए एक पोस्टर पकड़ा हुआ था.
सरकार ने किया फैसले का बचाव, कार्रवाई को जरूरी बताया
कांग्रेस के आरोपों के बाद सरकार ने अपने फैसले का मजबूती से बचाव करते हुए कहा है कि सीबीआई की संस्थागत संप्रभुता को बनाये रखना बेहद जरूरी था और केंद्रीय सतर्कता आयुक्त (सीवीसी) की अनुशंसा के आधार पर यह कार्रवाई की गयी. सीबीआई के कई अधिकारियों के तबादले किये गये और एम नागेश्वर राव को एजेंसी के अंतरिम प्रमुख का दायित्व सौंपा गया. सरकार ने दावा किया कि जल्द ही सच सामने आयेगा.
मोदी ने मतदाताओं का विश्वास तोड़ा है : मनमोहन
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने पीएम मोदी पर हमला करते हुए कहा कि उनका शासन भारत के लिए अच्छा नहीं है, क्योंकि उन्होंने मतदाताओं का भरोसा तोड़ा है और ऐसी सरकार का नेतृत्व किया है, जो देश में सांप्रदायिक हिंसा, लिंचिंग और गोरक्षा से जुड़ी घटनाओं पर अक्सर चुप रही.
उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार के तहत देश के विश्वविद्यालयों और सीबीआई जैसे राष्ट्रीय संस्थानों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है. कांग्रेसी नेता शशि थरूर की पुस्तक ‘द पैराडॉक्सियल प्राइम मिनिस्टर : नरेंद्र मोदी एंड हिज इंडिया के विमोचन मौके पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ‘असत्यवादी प्रधानमंत्री हैं’. थरूर ने अपनी किताब में इसे बहुत अच्छे से लिखा है.

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