दिल्ली के आर्चबिशप की अपील के बाद, राजनाथ ने कहा, देश में जाति-धर्म के आधार पर भेदभाव की इजाजत नहीं

नयी दिल्ली : गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने आज ने दिल्ली के आर्चबिशप की ईसाइयों के साथ भेदभाव वाली कथित टिप्पणी की पृष्ठभूमि में कहा कि भारत में धर्म , संप्रदाय के आधार पर किसी भी तरह के भेदभाव की इजाजत नहीं है. उन्होंन कहा कि भारत में धर्म और जाति के आधार पर किसी […]

By Prabhat Khabar Print Desk | May 22, 2018 1:38 PM

नयी दिल्ली : गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने आज ने दिल्ली के आर्चबिशप की ईसाइयों के साथ भेदभाव वाली कथित टिप्पणी की पृष्ठभूमि में कहा कि भारत में धर्म , संप्रदाय के आधार पर किसी भी तरह के भेदभाव की इजाजत नहीं है. उन्होंन कहा कि भारत में धर्म और जाति के आधार पर किसी भी तरह के भेदभाव की इजाजत देश में किसी को भी नहीं दी सकती है.

गौरतलब है कि कल ऐसी खबर आयी थी कि दिल्ली के आर्चबिशप ने एक सर्कुलर जारी कर कहा है कि धर्मनिरपेक्षता और प्रजातांत्रिक मूल्यों पर खतरा उत्पन्न हो गया है. दिल्ली के आर्चबिशप अनिल कुटो ने कैथोलिक समुदाय से यह अपील की है कि वे देश में अगले आम चुनाव से पहले देश के ‘आध्यात्मिक नवीनीकरण’ के लिए प्रार्थना और उपवास करें.
आर्चबिशप की इस अपील पर अपने सरकार का बचाव करते हुए गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि देश में ‘अल्पसंख्यक पूरी तरह सुरक्षित’ हैं. देश में जाति और धर्म के आधार पर भेदभाव करने की किसी को इजाजत नहीं दी जायेगी.
अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने भी इस मामले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जाति और धर्म की दीवार को तोड़ा है और वे हर वर्ग के विकास के लिए काम करते हैं.
आर्चबिशप अनिल ने जारी सर्कुलर में कहा है कि आज हमारे देश का राजनीति माहौल अशांत है, जो धर्मनिरपेक्षता और संविधान के लिए खतरा बन सकता है..

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