अयोध्या विवाद पर भड़काऊ बयान को लेकर श्री श्री रविशंकर के खिलाफ मामला दर्ज

हैदराबाद : आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर के खिलाफ कथित तौर पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने की शिकायत मिलने के बाद शहर की पुलिस ने उन पर मामला दर्ज किया. उन पर अयोध्या मामले पर भड़काऊ बयान देकर मुस्लिम समुदाय की धार्मिक भावनाओं के नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया गया है. […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 9, 2018 9:19 AM

हैदराबाद : आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर के खिलाफ कथित तौर पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने की शिकायत मिलने के बाद शहर की पुलिस ने उन पर मामला दर्ज किया. उन पर अयोध्या मामले पर भड़काऊ बयान देकर मुस्लिम समुदाय की धार्मिक भावनाओं के नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया गया है. पुलिस ने इसकी जानकारी दी.

इसे भी पढ़ेंः भारत को सीरिया बनाने के बयान पर श्रीश्री रविशंकर ने दी सफाई, …पढ़ें क्या कहा

मोघलपुरा थाने के निरीक्षक आर देवेंद्र ने कहा कि अध्यात्मिक गुरु के खिलाफ शहर के संगठन दरगाह जिहाद-ओ-शहादत (डीजेएस) के सचिव सलाहुद्दीन अफान ने शिकायत दर्ज करायी है, जो मध्यस्थ बनकर अयोध्या विवाद को सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि अपनी शिकायत में अफान ने आरोप लगाया कि मुस्लिमों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के इरादे से रविशंकर ने अयोध्या विवाद पर मुस्लिम समुदाय के खिलाफ भड़काऊ बयान दिया है.

गौरतलब है कि अदालत से बाहर अयोध्या विवाद का हल तलाशने की कोशिश में जुटे आर्ट ऑफ लिविंग के संस्‍थापक आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर ने सोमवार को कहा था कि अगर अयोध्‍या विवाद नहीं सुलझा, तो सीरिया में भारत बदल जायेगा. उन्‍होंने कहा था कि इस देश के भविष्‍य को ऐसे चंद लोग, जो संघर्ष पर ही अपना अस्तित्व समझते हैं, उनके हवाले मत करिये. यहां शांति रहने दीजिये. हमारे देश को सीरिया जैसा नहीं बनना चाहिए. ऐसी हरकत यहां हो जाये, तो सत्‍यानाश हो जायेगा.

इसके बाद आध्यात्मिक गुरु श्रीश्री रविशंकर के भारत को सीरिया जैसा देश बनाने के बयान पर उपजे सवालों पर बीते मंगलवार को सफाई भी दे दी है. अपनी सफार्इ में उन्होंने कहा है कि उनका बयान धमकी थोड़ी नहीं है. वह तो महज एक सतर्कता है. यहां शांति रहने दीजिए. हमारे देश को सीरिया जैसे नहीं बनाना चाहिए. साथ ही, उन्होंने कहा कि मैं सपने में भी नहीं सोच सकता कि मैं किसी को धमकी दूं. जो हमने कहा कि हमारे देश में ऐसी हिंसा नहीं होनी चाहिए, जैसी मिडिल ईस्ट में हुई. इससे हमें डर लगता है.

Next Article

Exit mobile version