आर्मी चीफ बिपिन रावत के मदरसों पर नियंत्रण वाले बयान पर भड़के जम्मू कश्मीर के शिक्षामंत्री

जम्मू : सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत के जम्मू कश्मीर के मदरसों व शिक्षा व्यवस्था पर नियंत्रण के बयान पर जम्मू कश्मीर के शिक्षा मंत्री हसीब ए द्रबू ने कहा कि सेना प्रमुख एक सम्मानित अधिकारी हैं. मैं नहीं मानता कि वे एक शिक्षाविद हैं जो शिक्षा पर गंभीर सलाह दे सकते हैं. द्रबू ने […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 13, 2018 5:18 PM

जम्मू : सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत के जम्मू कश्मीर के मदरसों व शिक्षा व्यवस्था पर नियंत्रण के बयान पर जम्मू कश्मीर के शिक्षा मंत्री हसीब ए द्रबू ने कहा कि सेना प्रमुख एक सम्मानित अधिकारी हैं. मैं नहीं मानता कि वे एक शिक्षाविद हैं जो शिक्षा पर गंभीर सलाह दे सकते हैं. द्रबू ने कहा कि शिक्षा राज्य का विषय है और हम जानते हैं कि एडुकेशन सिस्टम कैसे चलाया जाये. उन्होंने यह बयान रावत के जम्मू कश्मीर की शिक्षा व्यवस्था में सुधार और स्कूलों, मसजिदों पर नियंत्रण के बयान के जवाब में दिया.

द्रबू ने कहा कि जम्मू कश्मीर में दो झंडे हैं और हमारे पास जम्मू कश्मीर एवं भारत दोनों का संविधान है. हमारी राज्य में जो भी स्कूल हैं, उनके लिए आवश्यक है कि वे राज्य के बारे में पढ़ायें.

जम्मू कश्मीर के शिक्षामंत्री ने यह बयान जनरल बिपिन रावत के शुक्रवार के उस बयान के जवाब में दिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि जम्मू कश्मीर में सोशल मीडिया व सरकारी स्कूल दुष्प्रचार अभियान चला रहे हैं, जिससे युवा कट्टरता की ओर बढ़ रहे हैं. उन्होंने राज्य में मसजिदों व मदरसों पर नियंत्रण की वकालत भी की थी. रावत ने कहा था कि दुष्प्रचार रोकने के लिए कुछ हद तक मदरसों पर नियंत्रण की जरूरत हैं. उनका कहना था कि जम्मू कश्मीर की शिक्षा व्यवस्था में बड़े बदलाव की जरूरत है.

सेना दिवस की पूर्व संध्या पर संवाददाता सम्मेलन में सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने ये बातें कहीं थीं.

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