मां के अकेलेपन को दूर करने बेटी ने चुना उनके लिए वर, विरोध के बावजूद कराया विवाह

जयपुर : गुरुग्राम में नौकरी करने वालीसंहिता ने अपनी मां के अकेलेपन को दूर करने के लिए उनकी दूसरी शादी करा कर एक मिसाल पेश की है. इस फैसले का समाज और उनके परिवार में खूब विरोध हुआ लेकिन इन सारे विरोध को दरकिनार करते हुए उन्होंने अपनी 53 वर्षीया मां गीता अग्रवाल के लिए […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 11, 2018 5:46 PM

जयपुर : गुरुग्राम में नौकरी करने वालीसंहिता ने अपनी मां के अकेलेपन को दूर करने के लिए उनकी दूसरी शादी करा कर एक मिसाल पेश की है. इस फैसले का समाज और उनके परिवार में खूब विरोध हुआ लेकिन इन सारे विरोध को दरकिनार करते हुए उन्होंने अपनी 53 वर्षीया मां गीता अग्रवाल के लिए जीवनसाथी चुना. मां को इस फैसले के लिए उन्होंने राजी किया और उनकी शादी करा दी.

गीताअग्रवाल अपने पति मुकेश गुप्ता की मौत के बाद अकेली हों गयी थी. साल 2016 में हृदय गति रुकने से उनकी मौत हो गयी थी. उनके निधन के बाद गीता अकेली रह गयीं.इसदौरान उनकी बेटी संहिता को अपने नौकरी के लिए गुरुग्राम आना पड़ा. मां अकेली रह गयीं. संहिता सप्ताह के अंत की छुट्टी में जयपुर अपने मां के पास चली जाती थी और दो रात रुकती थी, लेकिन उन्होंने महसूस किया कि उनकी मां अकेलेपन से जूझ रही हैं.संहिताको अपने अंदर ग्लानि हुई और उन्हें लगा कि उनकी मां की देखभाल करने वाला कोई नहीं है.

संहिता को लगने लगा था कि उन्होंने अपनी मां और करियर के बीच अपनी नौकरी चुनी. अपनी मां के इस हाल के लिए वह खुद को जिम्मेदार मानने लगीं थी. अचानक उन्होंने अपनी मां के अकेलेपन को दूर करने के लिए उनकी शादी कराने का फैसला लिया. संहिता की यह मजबूत धारणा है कि हर व्यक्ति को अपने सुख-दुख को शेयर करने के लिए एक पार्टनर चाहिए.इसीआधार पर उन्होंने मांकाविवाहकराने का निर्णय लिया.

शुरुआत में इस फैसले के साथ कोई खड़ा नहीं था लेकिन धीरे-धीरे उन्होंने अपनी मां को इसके लिए राजी कर लिया. संहिता ने मेट्रिमोनियल वेबसाइट में अपनी मां की प्रोफाइल बनायी और अपना फोन नंबर दे दिया.

मेट्रिमोनियल वेबसाइट से इसकी जानकारी मिलने के बाद राजस्थान के बांसवाड़ा के रहने वाले केजी गुप्ता ने संहिता से संपर्क किया. केजी गुप्ता रेवन्यू इंस्पेक्टर हैं. गुप्ता ने अपनी पत्नी को कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के कारण 2010 में खो दिया था. गुप्ता कहते हैं, अकेलेपन से निपटने के लिए उन्होंने टेनिस का सहारा लिया लेकिन अब उतने फिट नहीं हैं तो अब टेनिस ने भी साथ छोड़ दिया. नवंबर में उनके किसी संबंधी ने दोबारा शादी की सलाह दीऔर मेट्रिमोनियल वेबसाइट पर प्रोफाइल बना दिया.

संहिताको भी इन दोनों की जोड़ी अच्छी लगी. अब दोनों एक साथ हैं.संहिता कहतीं है आज मेरी मां खुश हैं. वह पहले की तरह सुंदर लग रही हैं. जीवन में बहुत सारी बातें ऐसीं हैं जो आप अपने जीवनसाथी के साथ ही साझा कर सकते हैं. अब उनके साथ एक साथी है जिससे वह सबकुछ शेयर कर सकती हैं. अब उनके जीवन में दोबारा खुशी लौटी है.

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