टेरर फंडिंग मामले में एनआईए ने श्रीनगर और दिल्ली सहित 16 जगहों पर मारा छापा

श्रीनगर : आतंकी फंडिंग मामले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी(एनआईए) ने श्रीनगर, दिल्ली और गुरुग्राम समेत 16 जगहों पर छापे मारे हैं. खबर लिखे जानें तक छापेमारी जारी है. एनआईए ने हवाला कारोबार और आतंकवाद तथा अलगाववादी गतिविधियों के वित्त पोषण में कथित तौर पर शामिल कारोबारियों के कश्मीर और दिल्ली में 16 […]

By Prabhat Khabar Print Desk | September 6, 2017 11:35 AM

श्रीनगर : आतंकी फंडिंग मामले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी(एनआईए) ने श्रीनगर, दिल्ली और गुरुग्राम समेत 16 जगहों पर छापे मारे हैं. खबर लिखे जानें तक छापेमारी जारी है. एनआईए ने हवाला कारोबार और आतंकवाद तथा अलगाववादी गतिविधियों के वित्त पोषण में कथित तौर पर शामिल कारोबारियों के कश्मीर और दिल्ली में 16 ठिकानों की बुधवार को तलाशी ली.

अधिकारियों ने बताया कि एनआईए के अधिकारियों ने बुधवार सुबह श्रीनगर और उत्तरी कश्मीर में विभिन्न हिस्सों में कारोबारियों के ठिकानों पर छापे मारे और संदिग्ध स्थानों पर व्यापक तलाशी अभियान चलाया. एनआईए अधिकारियों ने पुरानी दिल्ली में पांच व्यापारियों के ठिकानों पर भी छापे मारे.

‘टेरर फंडिंग’ समाप्त करके किया जा सकता है आतंकवाद का खात्मा : राजनाथ सिंह

यह छापेमारी उस समय की गयी जब एक दिन पहले एनआईए ने दो लोगों को गिरफ्तार किया जिनमें एक स्वतंत्र फोटो पत्रकार भी शामिल है जो पथराव करने और सोशल मीडिया के जरिए सुरक्षा बलों के खिलाफ समर्थन जुटाने में कथित तौर पर संलिप्त था. एनआईए द्वारा की गई गिरफ्तारियां और छापेमारी 30 मई को दर्ज मामले की जांच का हिस्सा है जिसमें पाकिस्तान स्थित जमात-उद-दावा और प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा नेता हाफिज सईद बतौर आरोपी नामजद है.

एनआईए ने कश्मीर घाटी में अशांति पैदा करने के लिए आतंकवाद और विध्वंसकारी गतिविधियों को कथित तौर पर वित्त पोषण देने के मामले में सात लोगों को गिरफ्तार किया है. मामले में ऐसी गतिविधियों के वित्त पोषण के लिए हवाला समेत विभिन्न अवैध माध्यमों के जरिए धनराशि जुटाने और एकत्रित करने के मुद्दे भी शामिल हैं. इसमें पथराव करके, स्कूल जलाकर, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाकर और भारत के खिलाफ युद्ध छेडकर घाटी में शांति भंग करने के मामले भी शामिल हैं.

टेरर फंडिंग मामले में गिलानी के दामाद समेत सात गिरफ्तार

90 के दशक की शुरुआत में जम्मू कश्मीर में आतंकवाद के फलने-फूलने के बाद से यह पहली बार है कि केंद्रीय जांच एजेंसी ने आतंकवादी और अलगाववादी संगठनों को वित्त पोषण मुहैया कराने के संबंध में छापे मारे है.

Next Article

Exit mobile version