लघु कथा संग्रह पुस्तक का होगा प्रकाशन
राष्ट्रीय कवि स्पर्श मंच द्वारा दशहरे के अवसर पर एक प्रेरक लघु कथा संकलन का प्रकाशन किया जा रहा है
औरंगाबाद ग्रामीण. राष्ट्रीय कवि स्पर्श मंच द्वारा दशहरे के अवसर पर एक प्रेरक लघु कथा संकलन का प्रकाशन किया जा रहा है, जिसमें देशभर के रचनाकारों की कहानियों को स्थान दिया गया है. इस संकलन में शामिल सभी रचनाकारों को मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीराम राय द्वारा सम्मान पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया. मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीराम राय ने जानकारी दी कि यह लघु कथा संकलन समाज को सकारात्मक दिशा देने वाली कहानियों का संग्रहित प्रयास है. इससे पूर्व मंच द्वारा ऑपरेशन सिंदूर,आओ योग करें, पर्यावरण बचाओ तथा शिक्षक दिवस विशेष कविता संकलन जैसे प्रेरणात्मक काव्य संकलन प्रकाशित किये गये हैं, जिनका उद्देश्य साहित्य को जन-सरोकारों से जोड़ना और रचनाकारों को एक सशक्त मंच प्रदान करना है. इस लघु कथा संकलन में देश भर के रचनाकारों में रामबाबू शर्मा, डॉ मीना कुमारी परिहार, गोपाल मिश्र सिवान, रामाशंकर चतुर्वेदी आनंद, डॉ भोला दत्त जोशी, रमेश कुमार सिंह रुद्र, अनुजा दूबे पूजा, कल्पना सेठी कला, लखन लाल माहेश्वरी, मंजू चौधरी, सुधीर श्रीवास्तव, नीरज यादव (खिचड़ी सम्राट), बिहारी साहु सेलोकर, किरण सेन, विरेन्द्र जैन माहिर, रेणु अब्बी, डॉ संजीदा खानम शाहीन, डॉ गीता पांडेय अपराजिता, डॉ ब्रजेंद्र नारायण द्विवेदी शैलेश, नीलम दूबे नीलू, रजत त्यागी, शाहाना परवीन शान, मीनाक्षी सुकुमारन, अवध किशोर मिश्र, डॉ सीता देवी राठी, जयकुमार ठाकर, डॉ अंजुल कंसल कनुप्रिया, डॉ कौशल किशोर, निहारिका झा, डॉ शशिकला अवस्थी, मनीषा नाडगौडा, जूही कुमारी, मालिनी त्रिवेदी पाठक, विश्वानी देव अग्रवाल, डॉ निधि गुप्ता, भेरू सिंह चौहान तरंग, अनिल भरद्वाज, बसंत श्रीवास वसंत, मीठू राय भवानी तथा डॉ अलका पांडेय आदि की रचनाएं प्रकाशित होने वाली है. इस संदर्भ में बिहार प्रदेश अध्यक्ष सुरेश विद्यार्थी ने कहा कि मंच की यह पहल साहित्यिक नवोदितों और वरिष्ठ रचनाकारों दोनों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन रही है. उत्तर प्रदेश अध्यक्ष शिखा पांडेय और सचिव कवि रामबहल सिंह ने भी सभी रचनाकारों के प्रति हर्ष जताया. राजस्थान अध्यक्ष डॉ हस्तीमल आर्य ने कहा कि यह मंच साहित्यिक समरसता और राष्ट्र चेतना को जागृत करने वाला है. मंच के संरक्षक मंडल में सम्मिलित डॉ गीता पांडेय अपराजिता, डॉ राजेश तिवारी मक्खन, आशुकवि डॉ रामनिवास तिवारी, हीरा सिंह कौशल व शाहाना परवीन ने भी इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि राष्ट्रीय कवि स्पर्श मंच साहित्य के माध्यम से सामाजिक मूल्यों को सशक्त करने का कार्य कर रहा है.
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