गैरकानूनी है डिफेंस की जमीन का अतिक्रमण, बोर्ड लगने से बेचैन हुए लोग
गुरुवार को कुल्टी थाना क्षेत्र के नियामतपुर इलाके में भारतीय सेना के जवानों को देखते ही लोगों में हलचल बढ़ गयी. कुछ देर तक इलाके में चारों ओर गश्ती देने के बाद जवानों ने रहमानपाड़ा में एक बोर्ड लगाया, जिस पर लिखा था डिफेंस की जमीन का अतिक्रमण करना गैरकानूनी है.
आसनसोल/नियामतपुर.
गुरुवार को कुल्टी थाना क्षेत्र के नियामतपुर इलाके में भारतीय सेना के जवानों को देखते ही लोगों में हलचल बढ़ गयी. कुछ देर तक इलाके में चारों ओर गश्ती देने के बाद जवानों ने रहमानपाड़ा में एक बोर्ड लगाया, जिस पर लिखा था डिफेंस की जमीन का अतिक्रमण करना गैरकानूनी है. स्थानीय सूत्रों के अनुसार इस इलाके में डिफेंस की 15 एकड़ (करीब 45 बीघा) ज़मीन है. जो नियामतपुर शिव मंदिर मेला मैदान, आज़ाद बस्ती, कोयरीपाड़ा और रहमानपाड़ा इलाके से सटी है. अनेकों को इसकी जानकारी नहीं है. कुछ जमीन पर अतिक्रमण होने की भी संभावना जतायी जा रही है. हालांकि गुरुवार को सेना के जवान सिर्फ अपना बोर्ड लगाकर चले गये. जिससे इलाके में हलचल मची है. गौरतलब है कि जिला में भूमाफिया काफी सक्रिय हैं. नदी, नाला, तालाब के साथ-साथ खाली पड़े सरकारी जमीन (राज्य व केंद्र) का भी अवैध दस्तावेज बनाकर बेच दे रहे हैं. जिसमें कुछ प्रशासनिक अधिकारी भी मिले होते है. भूमाफियाओं के साथ मिलकर सरकारी जमीन बेचने के मामले में भू विभाग के बड़े पद के अधिकारी को अपनी नौकरी आसनसोल में गंवानी पड़ी है. भूमाफियाओं के बढ़ते आतंक पर मुख्यमंत्री ने संज्ञान लिया और अधिकारियों की जमकर फटकार लगाने के बाद पुलिस रेस हुई, अनेकों बड़े-बड़े जमीन के कारोबारियों की गिरफ्तारी हुई. फिलहाल सबकुछ सामान्य है. एकबार जमीन पर अवैध कब्जा हो जाने के बाद उसे मुक्त कराना काफी टेढ़ी खीर है. इसी बात को ध्यान में रखते हुए डिफेंस ने गुरुवार को नियामतपुर इलाके में अपनी जमीन पर आकर बोर्ड लगा दिया. ताकि लोगों को यह जानकारी रहे कि यहां सेना की जमीन है. फर्जी कागजात बनाकर कोई उस जमीन को न बेच दे. नियामतपुर इलाके में ही कुछ दिनों से एक भूखंड को लेकर प्रशासन का स्थानीय व्यक्ति के साथ विवाद शुरू हुआ है. प्रशासन उसे सरकारी जमीन बता रहा है, जबकि स्थानीय व्यक्ति उसे अपना व्यक्तिगत संपत्ति बता रहे हैं. उस जमीन पर दो दिन पहले ही राज्य सरकार ने अपना बोर्ड लगा दिया है. जिसे लेकर काफी तनाव की स्थिति बनी थी. कॉम्बैट फोर्स की तैनाती करनी पड़ी थी. स्थानीय लोगों ने बताया कि जब राज्य सरकार की अपनी जमीन ही सुरक्षित नहीं है तो सेना की जमीन कहां से सुरक्षित रहेगी. नियामतपुर में एक ही जमीन पर राज्य सरकार और स्थानीय निवासी के दावा को लेकर तनाव की स्थिति पैदा होने की खबर सुर्खियों में आने के बाद ही सेना ने आनन-फानन में यहां अपनी जमीन पर आकर बोर्ड लगाया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
