राजमहल में बन रही साइंस सिटी से शिक्षा, रोजगार और पर्यटन को मिलेगी नयी दिशा
रांची से पहुंची टीम ने 14 बीघा भूमि का किया सर्वेक्षण, छात्रों में वैज्ञानिक सोच को मिलेगा बढ़ावा
तीनपहाड/साहिबगंज. राजमहल मॉडल डिग्री कॉलेज के समीप प्रस्तावित साइंस सिटी के लिए चिन्हित भूमि का रांची से आई टीम ने सर्वेक्षण किया. इस टीम में एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर राजशेखर, साहिबगंज पॉलिटेक्निक कॉलेज के प्राचार्य शंभू शरण शर्मा एवं मॉडल डिग्री कॉलेज के प्राचार्य डॉ. रंजीत कुमार सिंह शामिल थे. टीम ने चिन्हित लगभग 14 बीघा 5 कट्ठा भूमि का बारीकी से निरीक्षण किया. साइंस सिटी के निर्माण को लेकर राजमहल अनुमंडल में छात्रों, शिक्षकों और स्थानीय नागरिकों में उत्साह का माहौल है. यह परियोजना विशेष रूप से विज्ञान के छात्रों और शोधकर्ताओं के लिए लाभकारी होगी, साथ ही पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा. डॉ. रंजीत कुमार सिंह ने बताया कि साइंस सिटी छात्रों में वैज्ञानिक सोच, जिज्ञासा और नवाचार को प्रोत्साहित करेगी। यह विद्यालयों के लिए शैक्षिक भ्रमण का एक प्रेरणादायक स्थल बनेगा, जहां छात्र पुस्तकीय ज्ञान के साथ प्रयोगात्मक शिक्षा भी प्राप्त कर सकेंगे. शिक्षकों के लिए यह विज्ञान को अधिक रोचक और व्यावहारिक रूप में पढ़ाने का अवसर प्रदान करेगी. इसके साथ ही, साइंस सिटी में विज्ञान प्रदर्शनियां, कार्यशालाएं, प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी, जिससे बच्चों को अपनी रचनात्मकता और कौशल को प्रदर्शित करने का मंच मिलेगा. यहां रोबोटिक्स, अंतरिक्ष विज्ञान, जलवायु परिवर्तन तथा ऊर्जा संरक्षण जैसे आधुनिक विषयों की व्यावहारिक जानकारी भी मिलेगी. साइंस सिटी न केवल शिक्षा के क्षेत्र में बदलाव लाएगी, बल्कि स्थानीय लोगों को रोजगार के नये अवसर प्रदान करेगी और आर्थिक विकास को भी गति देगी. कुल मिलाकर, यह परियोजना समाज, शिक्षा और भविष्य की पीढ़ियों के लिए ज्ञान, नवाचार और प्रेरणा का सशक्त केंद्र सिद्ध होगी.
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