दाउदनगर महोत्सव की चल रही तैयारी, स्थानीय कलाकारों को मिलेगा मौका
पहली बार मनाया जायेगा दाउदनगर महोत्सव
पहली बार मनाया जायेगा दाउदनगर महोत्सव
दाउदनगर. दाउदनगर के इतिहास में संभवतः पहली बार दाउदनगर महोत्सव मनाने की तैयारी चल रही है. वैसे, महोत्सव किसी समुदाय या क्षेत्र की सांस्कृतिक विरासत और परंपराओं को दर्शाते हैं. धार्मिक और सामाजिक महत्व को प्रकट करते हैं. सामाजिक बंधनों को मजबूत करने में मदद करते हैं. कलाकारों को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलता है. सांस्कृतिक विविधताओं को प्रदर्शित करने का अवसर मिलता है. इसे अपने परंपराओं और रीति-रिवाज को संरक्षित करने में मदद मिलती है. दाउदनगर सोन नदी के पूर्वी तट पर बसा अत्यंत ही प्राचीन शहर है. यहां 17वीं शताब्दी में बना दाऊद खां का किला अवस्थित है. हाल ही में जिउतिया पर्व समाप्त हुआ है, जिसका इतिहास काफी पुराना है. इसे राजकीय दर्जा देने की मांग लगातार कई वर्षों से उठाई जा रही है. दाउदनगर नगर पालिका की स्थापना 1885 में हुई थी. ब्रिटिशकालीन सोन नहर प्रणाली दाउदनगर से होकर गुजरी हुई है, जिसका निर्माण 1872 में कराया गया था. दाउदनगर के चौरम की धरती पर 1939 में नेताजी सुभाषचंद्र बोस का आगमन हुआ था. किसानों, मजदूरों और स्वतंत्रता सेनानियों का सम्मेलन हुआ था. स्वतंत्रता संग्राम में यहां के वीर सपूतों का अमूल्य योगदान रहा है. पीतल बर्तन उद्योग, हस्त करघा उद्योग जैसे उद्योग कभी यहां की पहचान हुआ करते थे, जो अब लुप्त हो गये हैं. यह शहर प्राचीनता के साथ-साथ ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक स्मृतियों को संजोये हुए है. जिले के विभिन्न प्रखंडों में विभिन्न संस्थाओं द्वारा समय-समय पर महोत्सव का आयोजन किया जाता रहा और इसी तरह दाउदनगर में भी दाउदनगर महोत्सव का आयोजन कराने का निर्णय स्थानीय बुद्धिजीवियों द्वारा लिया गया है. जिले के अन्य प्रखंडों में महोत्सव के आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले जिले के प्रमुख समाजसेवी सिद्धेश्वर विद्यार्थी की मदद ली जा रही है. इसमें श्री सूर्य मंदिर न्यास समिति के सचिव डॉ संजय कुमार सिंह अहम भूमिका निभा रहे हैं. लोगों को एक मंच पर लाने का प्रयास किया जा रहा है.बनायी जायेगी कमेटी
प्रस्तावित महोत्सव को लेकर अब तक दो बैठकें भी हो चुकी हैं और तीसरी बैठक पांच अक्तूबर को होने वाली है. इसी क्रम में मौलाबाग सूर्य मंदिर के पास स्थित सामुदायिक भवन में समाजसेवी डॉ संजय कुमार सिंह की अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित की गयी, जिसमें यह निर्णय लिया गया कि प्रस्तावित महोत्सव का नाम दाउदनगर महोत्सव होगा. इसके लिए कमेटी का गठन किया जायेगा. यह कमेटी आगामी पांच अक्तूबर को आयोजित बैठक में गठित की जायेगी. मौके पर सिद्धेश्वर विद्यार्थी, द्वारिका प्रसाद, रामजी सिंह, लवकुश प्रसाद सिंह, शाहिद हुसैन, कमाल खान, युवराज पांडेय, विनोद कुमार सिन्हा, संजय कुमार सिंह, संजय कुमार सिन्हा, आरपी यादव, बृजनंदन सिंह, विकास आनंद उर्फ बबलू, अनिल कुमार, मो शमीम आदि उपस्थित थे. यानी लगभग इतना तय हो गया है कि दाउदनगर महोत्सव का आयोजन स्थानीय बुद्धिजीवियों द्वारा कराया जायेगा. अब इसकी तिथि निर्धारित की जानी है रूपरेखा तैयार की जानी है. यदि सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो दाउदनगर महोत्सव के नाम से दाउदनगर में भी एक शुरुआत हो जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
