फाटक के पास एक महीना पहले से ही कलाकार प्रतिमा निर्माण में जुट
61 वर्षों से हो रहा पूजा का आयोजन, बन रहा भव्य पंडाल
61 वर्षों से हो रहा पूजा का आयोजन, बन रहा भव्य पंडाल
दाउदनगर. शहर के पटना के फाटक के पास स्थित शिव मंदिर के समीप दुर्गा क्लब द्वारा 61 वर्षों से मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित कर पूजा-अर्चना की जा रही है. इस पूजा स्थल पर श्रद्धालुओं की काफी संख्या में भीड़ उमड़ती है. इस वर्ष भी भव्य तरीके से दुर्गा पूजा मनाया जा रहा है. यहां बाहर से कलाकारों को बुलाकर प्रतिमा का निर्माण कराया जाता है. करीब एक महीना पहले से ही कलाकार प्रतिमा निर्माण में जुटे हैं. पटना के फाटक मुहल्ले में 1964 ई में नगरपालिका के तत्कालीन चेयरमैन रामप्रसाद लाल के दालान में दुर्गा पूजा की शुरुआत हुई थी. दुर्गा क्लब का गठन किया गया था. इसके करीब चार वर्षों के बाद शिव मंदिर के बगल में दुर्गा पूजा की शुरुआत की गयी. आगे चलकर जगह कम पड़ने लगी तो शिव मंदिर और पीपल वृक्ष के बीच प्रतिमा स्थापित कर 15 वर्षों तक पूजा की गयी. पहले पंडाल बना कर मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित कर पूजा अर्चना की जाती थी. उसके बाद जनसहयोग से मंडप का निर्माण करवाया गया. 2007 में तत्कालीन विधायक सत्यनारायण सिंह ने दुर्गा मंडप का निर्माण करवाया और उसके बाद उसी मंडप में मां दुर्गा की प्रतिमा बनने लगी और प्रतिमा स्थापित कर पूजा-अर्चना की जानी लगी.नववेदी की होती है पूजा
समिति से जुड़े वार्ड पार्षद राधारमण पुरी ने बताया कि शारदीय नवरात्र के दौरान नववेदी की पूजा की जाती है. वाराणसी से आचार्य की पढ़ाई किये ब्राह्मण ओबरा प्रखंड के भरूब निवासी रंजन पांडेय द्वारा पूजा कराया जाता है. शुरुआती दौर में जोड़ा मंदिर के पुरोहित राजकुमार मिश्र पाठ करवाते थे. उनके बाद द्वारिका प्रसाद मिश्र ने पाठ कराया. उनके बाद किशोरी मोहन मिश्रा ने पाठ कराया. तारिणी इंद्र गुरु ने भी पाठ कराया. अब रंजन पांडेय पाठ करवा रहे हैं.भव्य व आकर्षक सजावट का प्रबंध
पूजा समिति के अध्यक्ष सौरभ पुरी, कोषाध्यक्ष दिनेश कुमार, रंजीत, अनुज ने बताया कि प्रत्येक वर्ष की तरह इस वर्ष भी धूमधाम से दुर्गा पूजा मनाया जा रहा है. सजावट के साथ-साथ पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था की जा रही है. श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए हर संभव उपाय किए जा रहे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
