सन ऑफ इंडिया क्लब के पंडाल में राजस्थान के राजघराना की दिखेगी झलक
सन ऑफ इंडिया क्लब के पंडाल में राजस्थान के राजघराना की दिखेगी झलक
कटिहार शहर के दो नंबर कॉलोनी स्थित सन ऑफ इंडिया क्लब में राजस्थान के राजघराना का स्वरूप इस वर्ष पूजा पंडाल श्रद्धालु देख पायेंगे. हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी दुर्गापूजा को लेकर सन ऑफ इंडिया क्लब भव्य पंडाल तैयार करने में जुटी है. इस वर्ष यहां पर राजा महाराज के राजघरानों पर आधारित पंडाल का निर्माण किया जा रहा है. इस पंडाल की खास बात यह है कि पूरे पंडाल का निर्माण पर्यावरण के सामग्रियों से निर्माण किया जा रहा है. पंडाल में मां दुर्गा की प्रतिमा भी काफी सुंदर बैठायी जायेगी. काफी आकर्षक का केंद्र रहेगा. क्लब के अध्यक्ष बासी दत्ता ने बताया कि इस वर्ष पूजा पंडाल, लाइटिंग, प्रतिमा, भंडारा आदि में कुल 16 लाख रुपए खर्च आयेंगे. इस खर्च में पंडाल, प्रतिमा, लाइटिंग पूरे पूजा का बजट रखा गया है. पंडाल निर्माण को लेकर मेदनीपुर के 20 कारीगर पंडाल निर्माण कार्य में पिछले ढेर महीने से लगे हुए हैं. पंडाल निर्माण बांस, चटाई, छोटा बड़ा सूप, मिट्टी के दीप, कपड़ा आदि को यूज कर बनाया जा रहा है. यह पूरी कलाकारी विष्णुपुर की कलाकारी है. अध्यक्ष ने बताया कि इस तरह का पंडाल काफी मनमोहक होगा. हमारा पर्यावरण और हमारी संस्कृति हमारे इतिहास पर पंडाल का निर्माण किया जा रहा है. अध्यक्ष ने बताया कि हमारा प्रयास रहता है कि हर साल प्रदूषण मुक्त ऐसी सामग्रियों से पंडाल का निर्माण किया जाय. जिससे पॉल्यूशन न फैले, बनने वाले पूजा पंडाल को देखने के बाद लोग काफी प्रसन्न होंगे. बासी दत्ता ने बताया कि पांच पूजा तक पंडाल कार्य कंप्लीट कर लिए जायेंगे. जबकि श्रद्धालुओं के लिए छह पूजा से पंडाल का पट खोल दिया जायेगा. 1962 को क्लब के हुआ गठन सन ऑफ इंडिया क्लब की स्थापना 1962 से की गई है. तभी से क्लब सदस्यों की और से भव्य पंडाल निर्माण कर लगातार पूजा करते आ रहे हैं. अब तक क्लब की और से एक से बढ़कर एक पूजा पंडाल निर्माण किये गए हैं. एक वर्ष यहां पर काजू बादाम से पंडाल निर्माण किया गया था. नारियल की रस्सी से पंडाल बनाया जा चुका है. अक्षरधाम मंदिर तथा थम्सअप बोतल के ढक्कन से भी एक बार पंडाल निर्माण किये जा चुके है. जो काफी आकर्षण का केंद्र और श्रद्धालुओं के बीच चर्चा का विषय बना हुआ था. एक वर्ष देवदास फिल्म के सेटअप का भी निर्माण किया गया था. 2014 में क्लब की ओर से चटाई के उपयोग से पुरानी हवेली पंडाल निर्माण कराया गया था जो काफी आकर्षण का केंद्र रहा था. एक वर्ष राजहंस मिलन पर आधारित पंडाल का निर्माण हुआ था जो लोग आज तक नहीं भूल पाये है. पिछले साल पूरे बांस से बने पंडाल, प्रतिमा की झलक भी लोग अब तक नहीं भूल पाए हैं. पिछले वर्ष भी सिर्फ पत्ते से बने पंडाल श्रद्धालुओं को काफी पसंद आया था. पिछले वर्ष भी विलुप्त हो रहे पर्यावरण की थीम पर पंडाल श्रद्धालुओं को काफी पसंद आया था. इस वर्ष भी राजघराना श्रद्धालुओ को काफी पसंद आयेगा. ये सभी निभा रहे है अपनी भूमिका पूजा को सफल बनाने के लिए पूजा समिति के अध्यक्ष बासी दत्ता, सचिव विप्लव दास, असीम घोष, बोबाय सेन, भूला घोष, जयदेव घोष, राणा घोष, उत्तम दास, शनि दास, राणा बनर्जी, जयदेव घोष, मंगल जायसवाल, बिट्टू पाल आदि लगे हुए है.
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