‘आप भी बनिये टेनिस स्टार’, मोटिवेशनल स्पीकर निलय भट्ट ने बॉल बॉय और कोच का बढ़ाया आत्म विश्वास

देखा जाए तो आज की युवा पीढ़ी अपना अधिकांश समय फोन पे खर्च करती है. मोबाइल जितना फायदेमंद है, तो वहीं ये हानिकारक भी है. फिर भी मोबाइल गेम्स, सोशल मीडिया पर लोग मशगूल रहते ही हैं. मोटिवेशनल स्पीकर निलय भट्ट इस बात पे दृष्टि डालना चाहते हैं. वो ना ही सिर्फ एक वक्ता हैं बल्कि एक सर्टिफाइड टेनिस कोच भी हैं. उन्होंने हाल ही में एक सेमिनार का आयोजन किया 'इन्वेस्ट इन योर्सल्फ'.

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 16, 2021 9:03 PM

देखा जाए तो आज की युवा पीढ़ी अपना अधिकांश समय फोन पे खर्च करती है. मोबाइल जितना फायदेमंद है, तो वहीं ये हानिकारक भी है. फिर भी मोबाइल गेम्स,  सोशल मीडिया पर लोग मशगूल रहते ही हैं. मोटिवेशनल स्पीकर निलय भट्ट इस बात पे दृष्टि डालना चाहते हैं. वो ना ही सिर्फ एक वक्ता हैं बल्कि एक सर्टिफाइड टेनिस कोच भी हैं. उन्होंने हाल ही में एक सेमिनार का आयोजन किया ‘इन्वेस्ट इन योर्सल्फ’. ये आयोजन पवन इंटरनेशनल एकेडमी में किया गया. यहां लगभग टेनिस क्षेत्र से कई  लोग मौजूद थे जो अपने करियर में जूझ रहे हैं और मार्गदर्शन चाहते हैं. आज एक बालब्वॉय का काम करने जो लड़के आते हैं वो दिशाहीन हो चुके है, वो खेल को इतने नजदीकी से देखता है पर अगर ध्यान हो तो वो उचाईयों पे पहुंच सकता है. वे अपना समय और पैसा गलत जगह खर्च कर रहा है.

इस अवसर पर, निलय भट्ट ने कहा, “मैं लंबे समय से एक कोच के रूप में काम कर रहा हूं और मुझे आगामी बॉलबॉय और कोचों में से प्रत्येक की विभिन्न क्षमताओं के बारे में पता है. आज इनलोगों को एक अच्छा मंच मिला है आगे बढ़ने के लिए. वो अपना रास्ता ना भटके और अपने जीवन में कामयाबी की राह पर चले और प्रगति करें इसी आश्रय से मैंने ये सेमिनार का आयोजन किया है.

निलय चाहते हैं लोग ये सीखें और अपना समय अपने काम पे, फील्ड पे, कोर्ट पे सही ढंग से व्यतीत करें. फिजूल खर्च न करे. सही जगह अपना पैसे और समय को इन्वेस्ट करे जिसे उनका कल अच्छा हो. दिशा से भ्रमित ना हो और अपने कार्य को कुशलता और एकाग्रता से अंजाम दें.

निलय ने सेमिनार में भाग लोने वालों को सिखाया

  • वो फिजूल खर्च को बचत में परिवर्तन कर सकते हैं

  • कैसा एक लक्ष्य तय करे

और

  • हासिल कर न ले तब तक मेहनत करते रहें

  • कैसे इंवेस्ट करे

उनको व्यक्तित्व विकास करने पर भी ध्यान दिया। और सिखाया कैसे बोलना चलना ड्रेसिंग दूसरों के साथ कैसा व्यवहार करना है. वहां बैठे युवा लोगो ने उन्हें सराहा और उनकी बातो पे अमल करने की दुहाई भी दी। सभी का यही कहना था कि निलय सर ने हमारी आंखें खोल दी और अब हम उनकी सिखाई बातों पे गौर करते हुए अपने काम में मन लगाएंगे. अपना समय मोबाइल और अन्य अनर्गल चीजो में नहीं खर्च करेंगे. निलय भट्ट ने इस बात पे जोर दिया कि अगर मेहनत करे और फिजूल खर्ची और टाइम पास से बचें तो आज का बालब्वॉय कल का कोच बनने का माद्दा रखता है.

निलय सर से मिलने के बाद मुझे पता चला कि मैं किन कारणोंस से आगे नहीं बढ़ पाया

कारण यह है कि मैं अपने कौशल को समझ नहीं पाया

मैं जहां हूं वहां से बेहतर कर सकता हूं

लेकिन मेरे आलस के कारण मैं अभी भी वहीं हूं

उन्होंने मेरी आँखे खोल दी

जीवन में अपना काम करो, बड़ा या छोटा

मैंने निलय सर से सीखा कि अगर आप आगे बढ़ना चाहते हैं, तो आपको अपने दम पर आगे बढ़ना होगा.

धन्यवाद सर..

डीडवाणिय नरेश

मुझे सर का सेमिनार बहुत पसंद आया, बहुत कुछ सीखने और समझने को मिला, आज तक किसी ने इस लाइन में दिलचस्पी नहीं ली और हमें इतनी समझ नहीं दी, यह जीवन बदलने वाला अनुभव था. उन्होंने अपने द्वारा दिए गए उदाहरणों से बहुत कुछ सीखाया. आत्मविश्वास भी बढ़ा.

कल्पेश ठाकोर

Posted By: Shaurya Punj

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