Child Mental Health: अगर बच्चों की मेंटल हेल्थ को लेकर हैं परेशान, तो ऐसे होगा समाधान
Child Mental Health: बड़ों की तरह बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य का भी ख्याल रखना बहुत ही जरूरी है. इसके लिए माता-पिता को समय रहते कुछ बातों का ध्यान रखना होगा, जो हम यहां बताने जा रहे हैं.
Child Mental Health: मानसिक स्वास्थ्य किसी भी व्यक्ति के शारीरिक विकास का मूलभूत हिस्सा है. बच्चे के मानसिक स्वास्थ्य को सही रखने में माता-पिता की भूमिका बहुत ही महत्वपूर्ण होती है. प्यार भीर देखभाल बच्चों के लिए एक मजबूत नींव का निर्माण करती है. इससे बच्चे में खुशहाल, स्वस्थ और सुंदर जीवन जीने के लिए सामाजिक और भावनात्मक विकास में सहायता मिलती है. यहां हम आपको बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्या समाधान के बारे में जरूरी टिप्स देंगे.
प्रेरणा देना जरूरी
अपने बच्चे को कभी भी नकारात्मक शारीरिक विशेषताओं को लेकर चिंता में न डालें. इससे बच्चे अपने शरीर को लेकर असहज महसूस करने लगते हैं. साथ ही बच्चे को दूसरों में भी इस चीज को नजरअंदाज करने की आदत डालें. बेहतर होगा कि आप अपने बच्चे और दूसरे बच्चे में के अच्छे गुण की प्रशंसा करें.
अच्छा उदाहरण दें
शारीरिक उदाहरण का भी बच्चे पर बुरा प्रभाव पड़ता है. इसलिए जरूरी है कि अपने बच्चे को एक्टिव और स्वस्थ रहने के लिए सही आहार लेने की सलाह दें. बच्चे को यह भी बताएं कि स्वस्थ आहार लेने से न सिर्फ इंसान बेहतर दिखता है कि बल्कि इसके कई सारे फायदें हैं.
समस्या समाधान पर ध्यान दें
अगर आपका बच्चा किसी तरह की बदमाशी करता है तो बेहतर होगा उसे डांटे बिना बातचीत करके उसका समाधान निकालें. बच्चे के मानसिक स्वास्थ्य के लिए समय-समय पर उनकी समस्या को सुनें और उसका शांति से समाधान निकालने की कोशिश करें.
सोशल मीडिया पर ध्यान दें
आज के डिजिटल युग में कोई संदेह नहीं है कि बच्चे सोशल मीडिया पर जो भी चीजें देखते हैं उसका उन पर प्रभाव भी पड़ता है. सोशल मीडिया की वजह से बच्चे ट्रेंडी बनने का प्रयास करते हैं जिसकी वजह से वे कई बार असुरक्षित हो जाते हैं. इसकी वजह से उन्हें बॉडी शेमिंग का भी सामना करना पड़ता है. इसलिए जरूरी है कि अपने बच्चे के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल निर्धारित करें.
बच्चे के साथियों के बारे में जानें
हर माता-पिता को हर जानकारी होनी चाहिए कि उनके बच्चे के दोस्त कौन हैं. इसके लिए आप बच्चे के दोस्तों को घर पर बुलाकर साथ में कुछ समय बिताने को कहें. इससे आपको पता चल पाएगा कि उनके दोस्त अच्छा या बुरा प्रभाव डालने वाले हैं.
बच्चे की बात सुनें
किसी भी माता-पिता को चाहिए कि वह शांत रहकर अपने बच्चे की भी बात सुनें. बच्चा अगर किसी मुद्दे पर बात कर रहा है तो उसके नजरिए को समझें और फिर हर बार बच्चे को ही दोषी न ठहराएं.
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