Transparent Mask की उठ रही मांग, जानिए इसके क्या होंगे फायदे और क्यूं है जरूरी

Transparent face mask, Covid-19 Face Masks, hearing loss, deaf, lip reading, facial expressions : कोरोना वायरस (Coronavirus) के दौर में मास्क (Face Mask) की जहां अहमियत बढ़ी है. वहीं, इसमें अब बदलाव को लेकर अभियान चलाया जा रहा है. इस मामले के जानकारों की मानें तो मास्क के डिजाइन में मामूली से बदलाव से एक विशेष समुदाय को फायदा हो सकता है. दरअसल, यह बदलाव कान से दिव्यांग (Deaf) या कम सुनने वाले (Hard Hearing) लोगों के लिए है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 1, 2020 7:55 AM

Transparent face mask, Covid-19 Face Masks, hearing loss, deaf, lip reading, facial expressions : कोरोना वायरस (Coronavirus) के दौर में मास्क (Face Mask) की जहां अहमियत बढ़ी है. वहीं, इसमें अब बदलाव को लेकर अभियान चलाया जा रहा है. इस मामले के जानकारों की मानें तो मास्क के डिजाइन में मामूली से बदलाव से एक विशेष समुदाय को फायदा हो सकता है. दरअसल, यह बदलाव कान से दिव्यांग (Deaf) या कम सुनने वाले (Hard Hearing) लोगों के लिए है.

आपको बता दें कि कम सुनने वाले या नहीं सुन पाने वाले लोग आमतौर पर लीप रीडिंग (lip reading), फेशियल एक्सप्रेशंस (facial expression) अथवा फेस को पढ़ (facial reading) कर आम लोगों के हाव-भाव को समझ पाते थे.

लेकिन, कोरोना महामारी ने मास्क की अहमियतता बढ़ा दी है. इसके पहनने के तरीके पर आज भी शोध किए जा रहे है. लेकिन, क्या आपको मालूम है कि इससे एक वर्ग को काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है. हाल ही में छपी अंग्रेजी वेबसाइट हेल्थलाइन की एक रिर्पोट की मानें तो पूरी तरह से कपड़े से बने मास्क से.. कान से दिव्यांग व्यक्तियों की दिक्कतें और बढ़ा दी है.

कान से दिव्यांग व्यक्तियों को इन मुश्किलों का करना पड़ रहा सामना 

– वे न तो आम लोगों की लीप रीडिंग कर पा रहे हैं,

– न ही फेशियल एक्सप्रेशंस पढ़ पा रहे हैं,

– यही नहीं उनकी स्थिति ऐसी है कि वे कोरोना काल में किसी को मास्क हटा कर बात करने को भी नहीं कह सकते हैं,

– आमतौर पर ऐसे लोग किसी शुभचिंतक की सहायता से दूसरों की बातों को समझा करते थे. लेकिन, कोरोना और लॉकडाउन ने उन्हें भी उनसे दूर कर दिया है.

हेल्थलाइन से बात करते हुए ऑडियोलॉजी अकादमी के डॉक्टरों के अध्यक्ष, डेबी एबेल ने कहा, कोरोना काल में मास्क एक बैरियर के रूप में जुड़ गया है. जिससे ध्वनि और कम बाहर आ पाती है. यही कारण है कि कान से दिव्यांग व्यक्तियों को दूसरों की बातों को सुनने व समझने में कठिनाई हो रही हैं. उन्हें होंठ और चेहरे के भाव भी नहीं दिख रहे हैं.

क्यों पहनें आर पार दिखने वाला मास्क (Transparent Mask)

अंग्रेजी वेबसाइट कोविडाकांइडनेस की मानें तो कुछ सामाजिक संस्थानों द्वारा इसे लेकर अभियान चलाया जा रहा है और मास्क के डिजाइन में बदलाव किया गया है. दरअसल, यह मास्क होठों के पास आरपार दिखने वाला है. जिससे कान से दिव्यांग व्यक्तियों को लीप रीडिंग में काफी सुविधा मिलेगी. सामाजिक लोग आम लोगों से ऐसे ही मास्क को पहनने की सलाह दे रहे हैं.

कान से दिव्यांग व्यक्ति कैसे समझें दूसरों की बात

अंग्रेजी वेबसाइट हेल्थ लाइन के अनुसार ट्रांसपेरेंट मास्क के अलावा कान से दिव्यांग व्यक्तियों को कोरोना काल में कुछ बदलाव करने की जरूरत है. जैसे..

– कम से कम 6 फीट की दूरी बना कर सामने वाले व्यक्ति से सहजतापूर्वक अपील करना होगा. उन्हें कहना होगा कि ‘क्या आप थोड़ी देर के लिए अपना मास्क हटा सकते हैं, ताकि मैं आपको सुन सकूं या आपकी बातें समझ सकूं?’

– लिखकर भी अपनी बात समझा सकते हैं. ताकि सामने वाला व्यक्ति उचित निर्णय लेकर खुद मास्क हटाकर आपसे बात करने की पहल करे.

– सामने वाले व्यक्ति को ऊंचां सुनने वाले लोग मास्क के अंदर से ही तेज बोलने की अपील भी कर सकते हैं.

– इसके अलावा सक्षम लोग, सुनने वाली मशीन का उपयोग कर सकते हैं.

Posted By : Sumit Kumar Verma

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