Cervical Cancer Vaccine: भारत में सर्वाइकल कैंसर का पहला टीका हुआ लॉन्च, जानें कितनी जरूरी है ये वैक्सीन

Cervical Cancer Vaccine: भारत में लगभग 400 बिलियन महिलाएं है जिनमें सर्वाइकल कैंसर का खतरा सबसे ज्यादा है. ऐसे में अच्छी खबर है कि भारत ने इसे लेकर पहला टीका लॉन्च किया है. जिसकी कीमत 200 रूपए से 400 रूपए प्रति शॉट है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 12, 2022 12:39 PM

Cervical Cancer Vaccine: दुनिया भर में सर्वाइकल कैंसर महिलाओं में चौथा सबसे ज्यादा होने वाला कैंसर माना जाता है. वहीं भारत में यह महिलाओं में दूसरा सबसे आम कैंसर माना है. सर्वाइकल कैंसर ह्यूमन पैपिलोमावायरस (HPV) के पुराने संक्रमण की वजह से होता है. एचपीवी यौन संचारित वायरस है. जो सर्वाइकल कैंसर गर्भाशय ग्रीवा की कोशिकाओं में उत्पन होता है, बताएं आपको कि गर्भाशय ग्रीवा गर्भाशय का सबसे निचला हिस्सा होता है, लेकिन राहत की बात ये है कि टीकाकरण से इस वायरस को रोका जा सकता है. अगर 9-14 साल के बीच यौन संपर्क से पहले लड़कियों को टीका लगा दिया जाए तो इस टीके से सर्वाइकल कैंसर को रोकने में 99 फीसदी कामयाबी मिल सकेगी. ये वैक्सीन जननांग के कैंसर के साथ दूसरे कैंसर जैसे गुदा, योनि, ऑरोफरीन्जियल कैंसर के साथ-साथ सिर और गर्दन के कुछ कैंसर से भी बचाती है.

भारत का पहला सर्वाइकल कैंसर टीका

परीक्षणों से पता चलता है कि HPV के टीके उच्चतम एचपीवी वायरस(HPV Virus) के कारण होने वाले सर्वाइकल कैंसर को रोकने में लगभग 100 प्रतिशत प्रभावी साबित हुआ है, ये टीके वुल्वर और योनि कैंसर से भी सुरक्षा प्रदान करते हैं. ऐसे में सर्वाइकल कैंसर को रोकने के लिए भारत का पहला स्वदेशी रूप से विकसित टीका, CERVAVAC, इस साल के अंत में उपलब्ध हो जाएगा. जिसकी कीमत 200 रूपए से 400 रूपए प्रति शॉट है. CERVAVAC मानव पैपिलोमा वायरस (HPV) के कम से कम चार प्रकारों के खिलाफ प्रभावी होगा. जबकि ये टीका नवजवान लड़कों और लड़कियां दोनों को प्रभावी माना जा रहा है, जबकि महिलाओं में इस कैंसर के होने की संभावना सबसे ज्यादा होती है.

भारत में कितनी महिलाएं सर्वाइकल कैंसर से पीड़ित

ताजा आंकड़ा के अनुसार, भारत में हर साल लगभग 1 लाख 20 हजार महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर का पता चलता है और हर साल लगभग 67,000 महिलाओं की इस बीमारी से मौत का मामला सामने आता है. जबकि, भारत में लगभग 400 बिलियन महिलाएं हैं, जिनकी उम्र 15 वर्ष और उससे अधिक है, जिनमें सर्वाइकल कैंसर का खतरा है.

सर्वाइकल कैंसर क्या होता है

सर्वाइकल कैंसर एक प्रकार का कैंसर है जो सर्विक्स की कोशिकाओं में होता है, जो गर्भाशय ग्रीवा गर्भाशय का निचला हिस्सा है जो योनि से जुड़ा होता है. सर्वाइकल कैंसर ह्यूमन पैपिलोमावायरस के पुराने संक्रमण के कारण होता है जो एक यौन संचारित वायरस कहताला है.

क्या हैं सर्वाइकल कैंसर के लक्षण

ह्यूमन पेपिलोमावायरस वायरस (Human Papillomavirus Virus) अलग-अलग तरह के होते हैं, लेकिन केवल कुछ ही HPV 16 और HPV 18 जैसे सर्वाइकल कैंसर के कारण बनता हैं. सर्वाइकल कैंसर से पीड़ित महिला को असामान्य या अनियमित रक्तस्राव की शिकायत होती है, ये रक्तस्राव पीरियड्स के बाद या सेक्स के बाद होता है. डॉ के मुताबिक सेक्सुअली एक्टिव महिलाओं को इस बीमारी के होने का खतरा ज्यादा बढ़ जाती है.

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