स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोविड-19 वैक्सीन से संबंधित सावधानियों और विपरीत संकेतों को लेकर किया अलर्ट

health Department, COVID-19, Vaccination Caution : नयी दिल्ली : स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोविड-19 वैक्सीन से संबंधित सावधानियों और विपरीत संकेतों को लेकर अलर्ट किया है. साथ ही राज्यों को पत्र लिख कर कहा है कि गर्भवती और स्तनपान करानेवाली महिलाओं को कोविड-19 वैक्सीन के शॉट्स नहीं देना चाहिए, क्योंकि वे किसी भी एंटी-कोरोनावायरस वक्सीन के क्लिनिकल ट्रायल का हिस्सा नहीं रही हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 15, 2021 10:26 AM

नयी दिल्ली : स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोविड-19 वैक्सीन से संबंधित सावधानियों और विपरीत संकेतों को लेकर अलर्ट किया है. साथ ही राज्यों को पत्र लिख कर कहा है कि गर्भवती और स्तनपान करानेवाली महिलाओं को कोविड-19 वैक्सीन के शॉट्स नहीं देना चाहिए, क्योंकि वे किसी भी एंटी-कोरोनावायरस वक्सीन के क्लिनिकल ट्रायल का हिस्सा नहीं रही हैं.

स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि सभी और केंद्रशासित प्रदेशों को लिखे पत्र में कहा गया है कि आपातकालीन उपयोग प्राधिकरण के तहत कोरोनावायरस की वैक्सीन केवल 18 वर्ष और उससे अधिक उम्र के लिए लोगों के लिए है.

साथ ही कहा गया है कि यदि जरूरी हो तो कोविड-19 वैक्सीन को कम-से-कम 14 दिनों के अंतराल पर दिया जाना चाहिए. साथ स्पष्ट किया है कि वैक्सीन की दूसरी खुराक भी वही होनी चाहिए, जो पहली थी. इसमें वैक्सीन बदलने की अनुमति नहीं है.

मंत्रालय ने देश में मंजूर की गयी दोनों वैक्सीन (कोविशील्ड और कोवैक्सीन) के लिए फैक्टशीट के साथ वैक्सीनेशन के लिए सावधानी, मतभेदों और वैक्सीनेशन के बाद प्रतिकूल स्थिति के बारे में बताया गया है. कहा गया है कि यह जानकारी सभी स्तरों पर कार्यक्रम प्रबंधकों को दी जानी चाहिए.

मंत्रालय ने कहा है कि एनएफिलेक्टिक या एलर्जिक रिएक्शन होनेवाले लोगों को पहले वैक्सीन नहीं दी जाये. साथ ही कहा है कि दवा उत्पादों, खाद्य पदार्थों से एलर्जी होनेवाले और सूई लेने से एलर्जी वाले लोगों को भी वैक्सीन नहीं दी जाये.

कोरोना के नये स्ट्रेन के सक्रिय लक्षणों वाले व्यक्ति, जिन्हें मोनोक्लोनन एंटीबॉडी या स्वस्थ्य होनेवाली दवा दी गयी हो, उन्हें भी वैक्सीन नहीं दी जाये.

साथ ही गर्भवती, स्तनपान करानेवाली महिलाओं को कोविड-19 वैक्सीन नहीं दी जाये. क्योंकि, वह अब तक क्लिनिकल ट्रायल इनलोगों पर नहीं किया गया है.

इसके अलावा जिनमें रक्तस्राव या रक्त जमाव के लक्षण की शिकायत रही हो, कोरोना वायरस के नये स्ट्रेन, पुरानी बीमारी, कमजोर लोगों, कमजोर प्रतिरक्षा वाले, एचआईवी आदि की समस्या हो, उन्हें वैक्सीन नहीं दी जानी चाहिए.

मंत्रालय ने कहा है कि वैक्सीन लेने के बाद सूजन, सिरदर्द, थकान, मायलाजिया, अस्वस्थता, पाइरेक्सिया, ठंड लगना, जोड़ों का दर्द, मितली, उल्टी, चक्कर आना, पसीना, सर्दी, खांसी होने की संभावना है.

साथ ही कहा गया है कि ऐसी स्थिति उत्पन्न होने पर प्रतिकूल प्रतिक्रियाओं से रोगसूचक राहत प्रदान करने के लिए पैरासिटामोल का उपयोग किया जा सकता है.

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