पुरुलिया के तुनतुरु गांव क्यों और कब गई थीं ‘रिया चक्रवर्ती’

रिया चक्रवर्ती के पूर्वज पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले के रहने वाले थे. पुरुलिया जिले के तुनतुरु गांव में रिया के पूर्वज जमींदार हुआ करते थे

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 11, 2020 6:21 PM

कोलकाता: ड्रग्स कनेक्शन में गिरफ्तार रिया चक्रवर्ती को 22 सितंबर तक जेल में ही रहना होगा. सुशांत सिंह राजपूत केस में फंसी रिया पर गंभीर आरोप हैं…नॉरकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरों ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है. इस वीडियो स्टोरी में बात रिया और सुशांत केस की नहीं होगी. रिया चक्रवर्ती के अतीत के बारे में बात होगी. ऐसा अतीत जिससे आप अभी तक अनजान हैं.

पुरुलिया में जमींदार थे रिया के पूर्वज

रिया चक्रवर्ती के पूर्वज पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले के रहने वाले थे. पुरुलिया जिले के तुनतुरु गांव में रिया के पूर्वज जमींदार हुआ करते थे. रिया चक्रवर्ती के दादा का नाम शिरीष चक्रवर्ती है. शिरीष धनबाद के कोयला खदान में मैनेजर थे. तुनतुरू गांव में चक्रवर्ती परिवार की जमींदारी का 323 सालों का लंबा इतिहास है.

तुनतुरु गांव में मौजूद है दुर्गा मंडप

गांव वाले नाम नहीं बताने की शर्त पर कहते हैं कि रिया के पिता इंद्रजीत चक्रवर्ती और उनके बड़े भाई का बचपन यहीं गुजरा. दोनों भाइयों ने यहीं अपनी शिक्षा पूरी की. नौकरी लगने पर गांव से चले गये. चक्रवर्ती परिवार इस गांव में 323 साल से दुर्गा पूजा करता आ रहा है. यहां उनका खानदानी दुर्गा मंडप भी है जहां हर साल दुर्गा पूजा होती है.

तुनतुरु गांव में आज भी चक्रवर्ती परिवार का दो मंजिला मकान मौजूद है. अब यहां कोई नहीं रहता. मकान के चारों और झाड़-जंगल उग आये हैं. उधर बहुत कम ही लोग आते-जाते हैं. गांव वाले या चक्रवर्ती परिवार के संबंधी इस बारे में ज्यादा बात नहीं करना चाहते.

गांव वालों को हैरान करती है घटना

तुनतुरु कुछ समय पहले तक गुमनाम सा एक साधारण गांव था. जैसे पश्चिम बंगाल के और गांव में होंगे. लेकिन इस हालिया मसले के बाद गांव अचानक सुर्खियों में आ गया है. गांव वाले हों या चक्रवर्ती परिवार के वशंज, सबका यही कहना है कि आज वहां जो भी हो रहा है, इसकी उन्होंने कभी कल्पना तक नहीं की थी. उन्हें नहीं पता था कि उनका गांव एक दिन ऐसी किसी वजह से अचानक चर्चा में आ जायेगा.

Posted By- Suraj Thakur

Next Article

Exit mobile version