#KaderKhan : नहीं रहे मशहूर अभिनेता कादर खान, ऐसा था उनका फिल्मी सफर…
बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता और जानेमाने स्क्रिप्ट राइटर कादर खान हमारे बीच नहीं रहे. कनाडा के एक अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली. कादर खान को निमोनिया की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उन्हें सांस लेने में भी तकलीफ थी. कादर खान के बेटे सरफराज ने उनके निधन की पुष्टि की. […]
बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता और जानेमाने स्क्रिप्ट राइटर कादर खान हमारे बीच नहीं रहे. कनाडा के एक अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली. कादर खान को निमोनिया की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उन्हें सांस लेने में भी तकलीफ थी. कादर खान के बेटे सरफराज ने उनके निधन की पुष्टि की. कादर खान पिछले 16-17 दिनों से अस्पताल में भर्ती थे. बॉलीवुड इंडस्ट्री ने एक और सितारा खो दिया. कादर खान का जन्म 22 अक्टूबर 1937 को अफगानिस्तान के काबुल में हुआ था.
कादर खान ने अपनी पढ़ाई की शुरुआत एक म्युनिसिपल स्कूल से की थी. इसके बाद उन्होंने इस्माइल कॉलेज से अपने ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की. उन्होंने इंजीनियरिंग में भी डिप्लोमा किया था. फिल्मों में आने से पहले वे एक कॉलेज में लेक्चरर थे.
दिलीप कुमार हो गये थे इंप्रेस
बताया जाता है कादर खान जब अपने कॉलेज के वार्षिक दिवस कार्यक्रम में एक नाटक में परफॉर्म कर रहे थे, तभी अभिनेता दिलीप कुमार की नजर उनपर पड़ी थी और वे उनकी एक्टिंग से इतना इंप्रेस हुए थे कि उन्होंने कादर खान को अपनी दो फिल्मों सगीना और बैराग के लिए साइन कर लिया था.
राजेश खन्ना की फिल्म से किया था डेब्यू
कादर खान ने फिल्म ‘दाग’ से बॉलीवुड में डेब्यू किया था. फिल्म में राजेश खन्ना लीड रोल में थे और कादर खान एक वकील के किरदार में दिखे थे. इसके बाद ‘दिल-दीवाना’, ‘गूंज’, उमरकैअ, मुक्ति, चोर सिपाही, मुकद्दर का सिकंदर और नटवरलाल जैसी कई फिल्मों में सपोर्टिंग किरदार में नजर आये. उन्होंने राजेश खन्ना के साथ उन्होंने महाचोर, छैला बाबू, मकसद, नया कदम और नसीहत जैसे फिल्मों में काम किया.
300 से ज्यादा फिल्मों में किया काम
कादर खान ने अपने करियर के दौरान 300 फिल्मों में काम किया. उन्होंने फिल्मों में अभिनय से लेखन तक कई तरह के काम किया. उन्होंने दमदार किरदार निभाये जिनकी वजह से उनके अभिनय का लोहा माना जाता है. हास्य किरदार हो या विलेन का किरदार दर्शकों ने उन्हें हर किरदार में पसंद किया. हालांकि पिछले कुछ समय से तबीयत खराब होने के चलते उन्होंने फिल्मों से दूरी बना ली थी.
250 से ज्यादा फिल्मों में डायलॉग लिखे
कादर खान ने अपने फिल्मी करियर में 250 से ज्यादा फिल्मों के डायलॉग लिखे. साल 1973 में उन्होंने बॉलीवुड में डेब्यू किया था. एक खास बात यह है कि उस वक्त 1974 में आई फिल्म ‘रोटी’ के डायलॉग लिखने के लिए राजेश खन्ना और मनमोहन देसाई ने उन्हें 1.21 लाख रुपये दिये थे. यह उस वक्त की बेहद ज्यादा फीस मानी जाती है.
अवार्ड्स
कादर खान को फिल्म मेरी आवाज सुनो (1982) के लिए बेस्ट डायलॉग के लिए फिल्मफेयर अवार्ड मिला था. वहीं फिल्म ‘बाप नंबरी बेटा दस नंबरी’ (1991) के लिए बेस्ट कॉमेडियन का फिल्मफेयर अवार्ड मिला था. उन्हें फिल्म ‘अंगार’ (1993) के लिए भी बेस्ट डायलॉग के लिए फिल्मफेयर अवॉर्ड से नवाजा गया था. वे नौ बार फिल्मफेयर अवार्ड के बेस्ट कॉमेडियन अवॉर्ड के लिए नॉमिनेट भी हुए थे.
