Lisa Ray Close to the Bone : मेरी किताब हम सब के चेहरे पर लगे नकाब को हटाने की कोशिश

नयी दिल्ली : सुपरमॉडल-अभिनेत्री और कैंसर से जंग जीत चुकीं लीजा रे का कहना है कि अपनी पहली किताब के जरिये वह अपनी जिंदगी के विभिन्न पहलुओं को साझा करना चाहती हैं और आशा करती हैं कि अपनी कष्टप्रद यात्रा को साझा करने से, वह इससे मजबूत होकर बाहर निकलेगी, जबकि इससे दूसरों को भी […]

By Prabhat Khabar Print Desk | April 19, 2019 7:31 PM

नयी दिल्ली : सुपरमॉडल-अभिनेत्री और कैंसर से जंग जीत चुकीं लीजा रे का कहना है कि अपनी पहली किताब के जरिये वह अपनी जिंदगी के विभिन्न पहलुओं को साझा करना चाहती हैं और आशा करती हैं कि अपनी कष्टप्रद यात्रा को साझा करने से, वह इससे मजबूत होकर बाहर निकलेगी, जबकि इससे दूसरों को भी मजबूत बनने में मदद मिलेगी.

प्रकाशक हार्पर कॉलिंस इंडिया ने कहा, ‘क्लोज टू द बोन’. लीजा के जीवन के उतार-चढ़ाव भरे अनुभवों का एक यात्रा वृत्तांत है, जिसका लोकार्पण मई में होगा. लीजा के अनुसार, ‘क्लोज टू द बोन’ एक संस्मरण नहीं है, बल्कि उनके लेखन की शुरुआत है.

लीजा ने कहा, इसमें सालों लग गए और यह प्रयास करना सही रहा. जब मैंने इस पुस्तक को लिखना शुरू किया, तो मुझे महसूस हुआ कि मेरी बीमारी मेरे बाकी जीवन से अलग-थलग नहीं है.

जीवन और इसके अनुभव ने मुझे कई सबक सिखाए हैं, और आज, मेरे पास उन सभी चीजों को समझाने की क्षमता है, जिनमें गहरा अर्थ छुपा है और सच्चाई को तलाशने की एक कोशिश है.

उन्होंने कहा, यह ईमानदारी से उस नकाब को हटाने का प्रयास है, जिसके पीछे हम सब छिपे होते हैं. यह सच्चाई और प्रेम को जानने का एक तरीका है. वह हाल ही में अमेजन प्राइम वीडियो की मूल सीरीज ‘फोर मोर शॉट्स प्लीज!’ में नजर आयी थीं.

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