Jab Amitabh Met Anand : ”सुपर 30” स्पेशल एपिसोड ने तोड़े TRP Records, बिग बी बोले थैंक्स!

जब से बिग बी अमिताभ बच्चन ‘कौन बनेगा करोड़पति-9’ लेकर आये हैं, उन्होंने टीवी की टीआरपी के मामले में टॉप पर काबिजटेलीविजन शो और सीरियल्स की खटिया खड़ी कर दी है. टीवी पर आने के कुछ ही हफ्तों के भीतर बच्चन साहबके गेम शो केबीसी सीजन 9 ने कई शोज को पछाड़ कर ने टीआरपी […]

By Prabhat Khabar Print Desk | September 17, 2017 8:31 PM

जब से बिग बी अमिताभ बच्चन ‘कौन बनेगा करोड़पति-9’ लेकर आये हैं, उन्होंने टीवी की टीआरपी के मामले में टॉप पर काबिजटेलीविजन शो और सीरियल्स की खटिया खड़ी कर दी है.

टीवी पर आने के कुछ ही हफ्तों के भीतर बच्चन साहबके गेम शो केबीसी सीजन 9 ने कई शोज को पछाड़ कर ने टीआरपी रेटिंग लिस्ट में टॉप पर जगह बना ली है.

इस शो को लेकर ताजा जानकारी यह है कि इसकेजिस एपिसोड में ‘सुपर 30’फेम आनंद कुमार शामिल हुए थे, उस एपिसोड ने टीआरपी का रिकॉर्ड तोड़ दिया है.

बताते चलें कि 2 सितंबर को टेलिकास्ट हुए ‘कौन बनेगा करोड़पति 9’ के 10वें एपिसोड में बिहार के गणितज्ञ और ‘सुपर 30’ के संस्थापक आनंद कुमार कंटेस्टेंट के तौर पर शामिल हुए थे.

इस शो में हालांकि वह करोड़पति तो नहीं बन पाये, लेकिन अमिताभ बच्चन के साथ उन्हें देखना लोगों को इतना पसंद आया कि वह एपिसोड टारगेट रेटिंग प्वांइट (टीआरपी) में टॉप पर जरूर पहुंच गया. इस खास एपिसोड को टीआपी वर्ल्ड में लगभग 6,798,000 इंप्रेशंस मिले.

बच्चन वर्ल्ड ट्विटर हैंडल की ओर से जारी एक पोस्ट के मुताबिक- ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल (बीएआरसी) रेटिंग्स : वीक 36 (2017), केबीसी पहले स्थान पर. अमिताभ बच्चन का जादू बरकरार.

अमिताभ बच्चन ने इस पोस्ट को रिट्वीट करते हुए लिखा – ओह! मुझे इस बारे में जानकारी नहीं थीं. शुक्र‍िया वर्ल्ड.

आनंद कुमार को इस शो के ‘नयी चाह नयी राह’ में खास मेहमान के तौर पर आमंत्रित किया गया था. शो का यह सेगमेंट शुक्रवार के दिन टीवी पर आता है.

इस गेम शो में उन्होंने अपने पूर्व छात्र अनूप कुमार केसाथहिस्सा लिया, जिसमें सात सवालों के जवाब देकर उन्होंने 25 लाख रुपये की धनराशि अपने नाम की.

‘सुपर 30’ के जरिये जरूरतमंद छात्रों को नि:शुल्क तैयारी कराकर आईआईटी में भेजने वाले आनंद कुमार अपनी जीती हुई धनराशि को इसी नेक काम में लगायेंगे.

आनंद कुमार सुपर-30 पटना के संस्थापक हैं और उनसे मार्गदर्शन पाकर पिछले 15 सालों में 450 छात्रों में से 396 ने आईआईटी-एनआईटी जैसे शीर्ष इंजीनियरिंग संस्थानों में दाखिला पाया है.

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