‘आतंकवाद को कामयाबी के ‘शॉर्टकट’ के रूप में देखते हैं कुछ दल’, कांग्रेस पर पीएम मोदी का जोरदार हमला

PM Modi in Gujarat : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात में कहा कि 2014 में आपके एक वोट ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को मजबूत किया. अब अपने शहरों में तो आतंकवादी हमलों की बात सुनने को नहीं मिलती है, हमारी सरहद पर भी ऐसे हमलों से पहले हमारे दुश्मन 100 बार सोचते हैं.

By Amitabh Kumar | November 28, 2022 7:57 AM

Gujarat Election 2022 : गुजरात में विधानसभा चुनाव के प्रचार का शोर लगातार बढ़ रहा है. यहां दो चरण में मतदान होना है. पहले चरण के लिए मतदान एक दिसंबर को जबकि दूसरे चरण का मतदान पांच दिसंबर को होना हैं. इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे और विपक्ष पर जोरदार हमला किया. उन्होंने रैली के दौरान कहा कि गुजरात और देश को कांग्रेस तथा समान विचारों वाले ऐसे दलों के प्रति सतर्क रहने की जरूरत है जो अपने वोट बैंक को सुरक्षित रखने के लिए ‘‘बड़े आतंकवादी हमलों” पर चुप रहते हैं.

आपको बता दें कि इस बार चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) भी मैदान में है. रैली के दौरान पीएम मोदी ने इनडायरेक्ट रूप से हमला किया और कहा कि जिन लोगों ने वर्षों तक नर्मदा बांध परियोजना का विरोध करने वाले लोगों को चुनावी टिकट दिया, उन्हें गुजरात में कदम रखने की अनुमति कतई नहीं देनी चाहिए. उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को गुजरात विधानसभा चुनाव के मद्देनजर खेड़ा जिले में, भरूच जिले के आदिवासी बहुल नेत्रंग में तथा सूरत शहर में रैलियों को संबोधित करके भाजपा के पक्ष में वोट मांगा.

मुकाबला त्रिकोणीय

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को सूरत में बड़ा रोडशो भी निकाला जिसमें सैकड़ों लोग शामिल हुए. गौर हो कि गुजरात विधानसभा चुनाव के तहत एक और पांच दिसंबर को मतदान होगा जबकि वोटों की गिनती आठ दिसंबर को होनी है. इस बार गुजरात का चुनाव रोचक हो चला है. दरअसल गुजरात में इस बार कांग्रेस और भाजपा के अलावा आम आदमी पार्टी यानी आप भी चुनावी दंगल में है जो सभी सीट से अपने उम्मीदवार उतार रही है.

Also Read: गुजरात चुनाव 2022: इस बार बीजेपी के हाथ से जाएगी गोधरा सीट? क्या ओवैसी बिगाड़ रहे खेल!
2017 का चुनाव

कांग्रेस ने 2017 के गुजरात विधानसभा चुनाव में अपना बेहतर प्रदर्शन किया था और विधानसभा की 182 में से 77 सीटों पर जीत हासिल की थी जबकि भाजपा ने 99 सीटों पर जीत हासिल की थी. इसके बाद कुछ कांग्रेस के विधायकों ने भाजपा का दामन थाम लिया और भाजपा की संख्या बढ़कर 111 हो गयी.

Next Article

Exit mobile version