गुजरात इलेक्शन रिजल्ट 2022: गुजरात में कांग्रेस को लगी तगड़ी चोट? समझें क्या हैं इसके सियासी मायने

गुजरात इलेक्शन रिजल्ट 2022: गुजरात में कांग्रेस सिर्फ 19 सीटों पर ही सिमटती हुई नजर आ रही है. चुनाव के नतीजों पर गौर करें तो साफ है कि बीजेपी और आम आदमी पार्टी ने मिलकर कांग्रेस को तगड़ी चोट दी है.

By Samir Kumar | December 8, 2022 12:58 PM

गुजरात इलेक्शन रिजल्ट 2022: गुजरात विधानसभा की सभी 182 सीटों के शुरुआती रुझान सामने आ चुके हैं. गुजरात में कांग्रेस सिर्फ 19 सीटों पर ही सिमटती हुई नजर आ रही है. चुनाव के नतीजों पर गौर करें तो साफ है कि बीजेपी और आम आदमी पार्टी ने मिलकर कांग्रेस को तगड़ी चोट दी है.

कांग्रेस के प्रदर्शन पर बीजेपी ने दी ये प्रतिक्रिया

कांग्रेस के खराब प्रदर्शन के बारे में बीजेपी की गुजरात इकाई के प्रवक्ता यमल व्यास ने कहा कि विपक्षी पार्टी को सीख लेनी चाहिए कि नकारात्मक राजनीति से उसे कुछ भी हासिल नहीं होने वाला है. कांग्रेस को प्रदश की जनता ने पूरी तरह खारिज कर दिया है. आम आदमी पार्टी के प्रदर्शन के बारे में बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि उनकी उपस्थिति सोशल मीडिया और शहरी मतदाताओं के एक वर्ग तक ही सीमित है.

AAP से गुजरात में कांग्रेस को हुआ नुकसान?

गुजरात चुनाव में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन को लेकर यह सवाल उठाया जा रहा है कि पीएम मोदी और अमित शाह के गृह राज्य में आम आदमी पार्टी के सिर्फ ताल ठोंकने से किसे फायदा और किसे नुकसान पहुंचा? अगर सीधे तौर पर देखा जाए, तो यहां सिर्फ और सिर्फ कांग्रेस को नुकसान उठाना पड़ा. दरअसल, गुजरात चुनाव में पहली बार किस्मत आजमा रही आम आदमी पार्टी को 13.2 फीसदी वोट शेयर हासिल हुआ. जबकि, बीजेपी की झोली में 53.5 फीसदी वोट शेयर आ गया. वहीं, कांग्रेस का वोट शेयर 26.7 फीसदी ही रह गया, जो 2017 के चुनाव में 41.4 फीसदी था

कांग्रेस का गुजरात में अब तक का सबसे बुरा प्रदर्शन

गुजरात में कांग्रेस सिर्फ 18 सीटों पर आगे चल रही है. अगर, रुझान नतीजों में बदले तो यह अब तक का कांग्रेस का सबसे बुरा प्रदर्शन होगा. गुजरात में 1960 से विधानसभा चुनाव हो रहे हैं. इससे पहले, कांग्रेस का सबसे बुरा प्रदर्शन 1990 में था. तब पार्टी सिर्फ 33 सीटें जीतने में सफल हुई थी. इसके बाद 2002 में कांग्रेस की 50, 2007 में 59 सीटें आई थीं. पिछले चुनाव यानी 2017 में कांग्रेस अपना प्रदर्शन सुधारने में सफल हुई थी और बीजेपी को कड़ी टक्कर दी थी. तब कांग्रेस ने 77 सीटें जीती थीं. कांग्रेस ने गुजरात में 1985 में सबसे अच्छा प्रदर्शन किया था और तब पार्टी को 149 सीटें मिली थीं.

कांग्रेस के खराब प्रदर्शन के पीछे क्या है मुख्य कारण

गुजरात में चुनाव प्रचार के दौरान बीजेपी-कांग्रेस नेताओं के बीच तनातनी की सु्र्खियां बनी थी. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर एक विवादास्पद बयान दिया था. गुजरात में एक रैली को संबोधित करते हुए खरगे ने पीएम मोदी के चेहरे पर बीजेपी के वोट मांगने को लेकर तंज कसा. उन्होंने कहा कि मोदी हर चुनाव में दिख जाते हैं, क्या उनके रावण की तरह 100 सिर हैं? खरगे के इस बयान को लेकर पीएम मोदी ने चुनावी सभाओं के दौरान कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा था. कांग्रेस आलाकमान की ओर से भी खरगे को आगे से ऐसे बयानों से बचने की सलाह दी गई थी.

कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा में व्यक्त रहे राहुल गांधी

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पार्टी की भारत जोड़ो यात्रा में व्यस्त होने के कारण गुजरात में ज्यादा वक्त नहीं दे पाए थे. इसके साथ ही स्वास्थ्य कारणों से सोनिया गांधी भी गुजरात में चुनाव प्रचार से दूर ही रही थी. बताया जा रहा है कि ऐसे में पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों में नाराजगी देखने को मिला. बता दें कि गुजरात में बीजेपी लंबे समय से सत्ता में है और कांग्रेस के लिए इस बार के चुनाव में जीत हासिल करना पार्टी की साख बचाए रखने के लिए बेहद जरूरी माना जा रहा था. हालांकि, पार्टी ऐसा करने में असफल दिख रही है.

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