उत्तराखंड में भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ सकते हैं सीडीएस बिपिन रावत के छोटे भाई, सीएम धामी से की मुलाकात

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से नई दिल्ली में मुलाकात करने के बाद दिवंगत सीडीएस जनरल बिपिन रावत के छोटे भाई विजय रावत ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि उनके परिवार और भाजपा की विचारधारा में बहुत हद तक तालमेल है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 19, 2022 2:10 PM

देहरादून/नई दिल्ली : दिवंगत चीफ डिफेंस ऑफ स्टाफ (सीडीएस) बिपिन रावत के छोटे भाई कर्नल विजय रावत भाजपा के टिकट पर उत्तराखंड के किसी सीट से चुनाव लड़ सकते हैं. बुधवार को नई दिल्ली में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से सीडीएस बिपिन रावत के छोटे भाई विजय रावत की मुलाकात के बाद मीडिया में इस बात को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं.

सीडीएस बिपिन रावत के छोटे भाई विजय रावत की मुख्यमंत्री धामी से मुलाकात के बाद मीडिया में इस बात की भी चर्चा शुरू हो गई है कि भाजपा उत्तराखंड के किसी सीटिंग विधायक का टिकट काटकर विजय रावत को चुनाव लड़ा सकती है. पार्टी सूत्रों के हवाले से मीडिया में खबर दी जा रही है कि भाजपा इस बार के विधानसभा चुनाव में उत्तराखंड के कई सीटिंग विधायकों का टिकट काट सकती है. अब मुख्यमंत्री धामी से विजय रावत की मुलाकात के बाद यह कहा जा रहा है कि भाजपा विजय रावत को ज्वाइन कराने के बाद टिकट काटे जाने वाले इन्हीं सीटिंग विधायकों में से किसी एक की सीट से उन्हें चुनाव लड़ा सकती है.

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से नई दिल्ली में मुलाकात करने के बाद दिवंगत सीडीएस जनरल बिपिन रावत के छोटे भाई विजय रावत ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि उनके परिवार और भाजपा की विचारधारा में बहुत हद तक तालमेल है. उन्होंने कहा कि वे भाजपा ज्वाइन करने के बाद जनता की सेवा करना चाहते हैं. इसके साथ ही, उन्होंने यह स्पष्ट कर दिया कि अगर पार्टी की ओर से मंजूरी मिल जाती है, तो वे विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं.

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बता दें कि पिछले साल के दिसंबर महीने में तमिलनाडु के कुन्नूर की पहाड़ियों में हेलीकॉप्टर दुर्घटना में सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत का निधन हो गया था. इस हेलीकॉप्टर में सीडीएस जनरल बिपिन रावत समेत वायुसेना के दर्जनभर से अधिक अधिकारी और कर्मचारी सवार थे. मीडिया की खबर में बताया जा रहा है कि दिवंगत सीडीएस जनरल बिपिन रावत उत्तराखंड में काफी समय से सक्रिय थे. दो साल पहले जब वे अपनी पत्नी के साथ केदारनाथ का दर्शन करने गए थे, तो उत्तरकाशी के डुंडा ब्लॉक के स्थित अपने ननिहाल थाती गांव भी गए थे.

Posted by : Kumar Vishwat Sen

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