School Summer Vacation: गर्मी छुट्टियों को लेकर बड़ा अपडेट! जानें स्कूल कब से और कितने दिन तक रहेंगे बंद
School Summer Vacation: उत्तर प्रदेश में भीषण गर्मी का प्रकोप जारी है, 14 मई को तापमान 44 डिग्री से ऊपर पहुंच गया. राज्य सरकार लू को लेकर सतर्क है और एहतियाती कदम उठा रही है. इस बार समर कैंप का आयोजन किया जाएगा, जिसमें बच्चों को पढ़ाई के साथ योग, खेल और कला-संस्कृति की शिक्षा दी जाएगी. सरकार का जोर गर्मी से राहत और समग्र विकास दोनों पर है.
School Summer Vacation in Hindi: उत्तर प्रदेश में इन दिनों गर्मी लोगों को खूब परेशान कर रही है. तेज धूप और लू चलने से जनजीवन प्रभावित हो गया है. सबसे ज्यादा परेशानी बच्चों, बुजुर्गों और बीमार लोगों को हो रही है. स्कूल-कॉलेज जाने वाले बच्चे भी गर्मी से बेहाल हैं.
मौसम विभाग के मुताबिक, 14 मई को बांदा में तापमान 44.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया. वहीं प्रयागराज, झांसी, फतेहपुर और कानपुर जैसे जिलों में भी तापमान 42 से 44 डिग्री के बीच रिकॉर्ड किया गया. मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों के लिए हीट वेव की चेतावनी जारी की है.
School Summer Vacation: जल्द घोषित होंगी गर्मी की छुट्टियां
तेज गर्मी को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार स्कूलों की गर्मी की छुट्टियों को लेकर जल्द फैसला ले सकती है. पिछले साल प्रदेश के स्कूलों में 20 मई से 15 जून तक छुट्टियां हुई थीं. इस बार भी 17 मई से छुट्टियों की शुरुआत होने की उम्मीद है. अगर तापमान इसी तरह बढ़ता रहा, तो छुट्टियों की अवधि बढ़ भी सकती है. शिक्षा विभाग जल्द इसकी अधिसूचना जारी कर सकता है.
सरकारी स्कूलों में लगेंगे समर कैंप
इस बार की गर्मी की छुट्टियों में सरकारी स्कूलों में समर कैंप का आयोजन भी किया जाएगा. यह कैंप 20 मई से 15 जून तक चलेंगे. बच्चों को खेल-खेल में पढ़ाई, योग, विज्ञान, कला-संस्कृति और तकनीक की जानकारी दी जाएगी. साथ ही ‘फाउंडेशनल लिटरेसी एंड न्यूमेरेसी’ यानी बुनियादी पढ़ाई-लिखाई से जुड़ी गतिविधियां भी कराई जाएंगी.
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बच्चों को मिलेगा पौष्टिक नाश्ता
समर कैंप में आने वाले बच्चों को पोषण के लिए गुड़ की चिक्की, बाजरे और रामदाना के लड्डू, गुड़-चना, और लइया पट्टी दी जाएगी. स्कूलों में रोज सुबह डेढ़ घंटे के लिए यह कैंप लगाए जाएंगे. इसकी जिम्मेदारी शिक्षामित्र, अनुदेशक और शिक्षकों को दी जाएगी. इस पूरी योजना पर सरकार करीब 200 करोड़ रुपये खर्च करेगी. इससे बच्चों की प्रतिभा निखरेगी और उनका शैक्षणिक विकास भी होगा.
