लाखों छात्रों का भरोसा, फिर भी NIRF Ranking में क्यों पीछे छूट रही ये यूनिवर्सिटी

NIRF Ranking 2025: शिक्षा मंत्रालय की तरफ से NIRF रैंकिंग 2025 जारी कर दी गई है, जिसमें देशभर की यूनिवर्सिटी और कॉलेजों का मूल्यांकन किया गया है. इस रैंकिंग में शैक्षणिक गुणवत्ता, रिसर्च आउटपुट, फेकल्टी एक्सीलेंस, इंडस्ट्री इंटरेक्शन और इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे कई महत्वपूर्ण पहलुओं को ध्यान में रखा जाता है. हर साल छात्र और शिक्षा से जुड़े लोग इसे बड़े ध्यान से देखते हैं ताकि सही कॉलेज या यूनिवर्सिटी का चयन कर सकें.

By Ravi Mallick | September 7, 2025 9:32 PM

NIRF Ranking 2025: यूनिवर्सिटी ऑफ इलाहाबाद (University of Allahabad) भारत की सबसे पुरानी और प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटियों में से एक है. इसकी स्थापना सन् 1887 में हुई थी और इसे ‘आधुनिक भारतीय शिक्षा का गढ़’ भी कहा जाता है. इसके बावजूद, हाल ही में जारी हुई NIRF Ranking 2025 में इसका नाम टॉप यूनिवर्सिटी की लिस्ट में नहीं दिखा. यह बात काफी चौंकाने वाली है क्योंकि इलाहाबाद यूनिवर्सिटी की शैक्षणिक परंपरा और इतिहास बहुत मजबूत माना जाता है.

NIRF Ranking 2025 में इलाहाबाद यूनिवर्सिटी का नाम

NIRF Ranking यानी नेशनल इंस्टीट्यूशन रैंकिंग फ्रेमवर्क की रैंकिंग हर साल देश की विभिन्न यूनिवर्सिटी और कॉलेजों का मूल्यांकन कर उन्हें रैंक देती है. इस रैंकिंग में शैक्षणिक प्रदर्शन, रिसर्च, फेकल्टी क्वालिटी, इंफ्रास्ट्रक्चर और इंडस्ट्री इंटरेक्शन जैसे कई पैरामीटर शामिल होते हैं. University of Allahabad का नाम टॉप यूनिवर्सिटी की लिस्ट में नहीं है.

NIRF Ranking 2025 Top Engineering College List

टॉप इंजीनियरिंग कॉलेज की लिस्ट में शामिल

हालांकि University of Allahabad का नाम पूरी तरह गायब नहीं हुआ है. यह यूनिवर्सिटी टॉप इंजीनियरिंग कॉलेज की लिस्ट में Rank 101-150 के बीच शामिल है. इसके अलावा, टॉप मैनेजमेंट कॉलेज की लिस्ट में भी इसका नाम 101-150 के बीच में दर्ज है. इसका मतलब है कि यूनिवर्सिटी का प्रदर्शन बहुत कमजोर तो नहीं है, लेकिन टॉप रैंक पाने से काफी दूर है.

लाखों छात्रों का आवेदन

हर साल University of Allahabad में लाखों छात्र आवेदन करते हैं और हजारों को एडमिशन भी मिलते हैं. इसके बावजूद रैंकिंग में पिछड़ने की वजह क्या हो सकती है? इसका मुख्य कारण रिसर्च और इंडस्ट्री कनेक्शन की कमजोर पकड़ माना जा रहा है. आज के समय में यूनिवर्सिटी की रैंकिंग में उच्च स्थान पाने के लिए न केवल पढ़ाई पर ध्यान देना होता है, बल्कि फेकल्टी की क्वालिटी, रिसर्च पेपर्स की संख्या, इंटरनैशनल कोलैबोरेशन और इन्फ्रास्ट्रक्चर पर भी ध्यान देना जरूरी है.

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