PIB Fact Check: क्या UPI पेमेंट पर देना होगा ट्रांजेक्शन चार्ज? जानें वायरल न्यूज का सच

UPI पेमेंट पर 1 अप्रैल से आपको कोई एक्स्ट्रा चार्ज नहीं देना है. पीआईबी (PIB Fact Check) ने इससे जुड़ी खबरों का खंडन किया है. बताया गया कि यह खबर पूरी तरह से गलत है.

By Samir Kumar | March 30, 2023 6:45 AM

UPI Payment Charge: यूपीआई (यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस)द के जरिए पेमेंट करने पर मीडिया और सोशल मीडिया पर दुष्प्रचारित अफवाहों पर ध्यान न दें. खासकर, सोशल मीडिया अथवा डिजिटल युग के इस दौर में टीवी चैनलों या वेबसाइटों पर आनन-फानन में प्रसारित होने वाली खबरों की सत्यता की परख करना बेहद जरूरी है. अन्यथा, बेवजह लोगों में भ्रम की स्थिति पैदा हो जाती है. अभी मीडिया में एक खबर आई कि 1 अप्रैल, 2023 से यूपीआई के जरिए 2000 रुपये के ट्रांजेक्शन पर चार्ज देना पड़ेगा. लेकिन ये केवल अफवाह है.

ये केवल अफवाह

अभी हाल ही की बात है कि सोशल मीडिया और देश के नामी-गिरामी मीडिया संस्थानों की वेबसाइटों पर यह खबर चली कि यूपीआई के जरिए 2000 रुपये के ट्रांजेक्शन पर चार्ज देना पड़ेगा. लेकिन, यह खबर केवल अफवाह ही साबित हो गई. कारण यह है कि जब भारत की खबरिया वेबसाइटों के साथ सोशल मीडिया पर यह खबर तेजी से वायरल होने लगी, तब भारत सरकार के अधीनस्थ प्रेस सूचना ब्यूरो फैक्ट चेक (PIB Fact Check) ने यह कहा कि यह केवल अफवाह है. ये खबर पूरी तरह से गलत है.

यूपीआई ट्रांजेक्शन पर नहीं लगेगा चार्ज

भारत में यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई) सिस्टम देखने वाली संस्था नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने बुधवार को साफ किया है कि यूपीआई यूजर्स को ट्रांजैक्शन पर कोई अलग से चार्ज नहीं देना है. दरअसल, ऐसी खबरें चल रही थीं कि यूपीआई पर 2000 रुपये से ऊपर के ट्रांजैक्शन पर आपको सरचार्ज भरना है. अब एनपीसीआई ने बताया है कि यूपीआई यूजर्स को ऐसा कोई चार्ज नहीं देना है. साथ ही एक बैंक से दूसरे बैंक में यूपीआई ट्रांजैक्शन किए जाने पर भी कोई शुल्क नहीं देना होगा.


कारोबारियों के ट्रांजेक्शन पर लगेगा चार्ज

एनपीसीआई ने कहा कि रेग्युलेटरी गाइडलाइंस के मुताबिक, प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट (PPI Wallets) अब इंटरऑपरेबल यूपीआई इकोसिस्टम का हिस्सा है. इसे देखते हुए एनपीसीआई ने पीपीआई वॉलेट्स को इंटरऑपरेबल यूपीआई इकोसिस्टम का हिस्सा होने की इजाजत दे दी है. इंटरचेंज चार्ज केवल पीपीआई मर्चेंट ट्रांजैक्शन ( Prepaid Payment Instruments Merchant Transactions) पर ही लागू होगा और कस्टमर को इसके लिए कोई शुल्क नहीं देना पड़ेगा.

ऐप के जरिए होता है 99.9% UPI ट्रांजेक्शन

NPCI के डेटा के अनुसार, हर महीने देशभर में करीब 8 अरब रुपये का यूपीआई ट्रांजैक्शन होता है. ये ट्रांजैक्शन कस्टमर और मर्चेंट के लिए बिल्कुल मुफ्त होता है. एनपीसीआई की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, देश में ऐप के जरिए 99.9 फीसदी यूपीआई ट्रांजैक्शन होता है.

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