‌Union Budget 2023: झारखंड के छात्रों को कम ब्याज दर पर एजुकेशन लोन देने की गुहार

आम बजट को लेकर चर्चा शुरू हो गयी है. झारखंड के विद्यार्थियों ने कम ब्याज पर एजुकेशन लोन देने की मांग केंद्र सरकार से की है. बजट को लेकर छात्रों से बातचीत में अधिकतर छात्रों ने सस्ते दर पर एजुकेशन लोन की मांग की, ताकि पढ़ाई बेहतर तरीके से हो सके.

By Prabhat Khabar Print Desk | January 31, 2023 9:18 PM

Union Budget 2023: फरवरी माह में आम बजट है. इसको लेकर हर वर्ग के लोगों की निगाहें केंद्र सरकार की और टिकने लगी है. विद्यार्थी भी कम ब्याज दर पर एजुकेशन लोन मिलने की मांग करने लगे हैं. विद्यार्थियों को सस्ते दर पर एजुकेशन लोन मिलने और पढ़ाई पूरी करने के बाद रोजगार की व्यवस्था की मांग करने लगे हैं. रांची यूनिवर्सिटी के इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज के विद्यार्थियों समेत संस्थान के निदेशक ने भी आम बजट पर अपनी राय रखी.

विद्यार्थियों की राय

स्टूडेंट संगीता कुमारी का कहना है कि एजुकेशन की क्वालिटी बेहतर बनाने के लिए बजट में प्रावधान करना चाहिए. इसके साथ ही वर्चुअल लर्निंग पर भी फोकस करने की जरूरत है. वहीं, स्टूडेंट कलावती कुमारी की राय है कि बजट में कुछ ऐसा प्रावधान रहना चाहिए, जिससे रोजगार के अवसर बढ़ सके. इससे युवाओं को लाभ मिलेगा. राघवेंद्र राज का कहना है कि बजट में कुछ ऐसा प्रावधान होना चाहिए जिससे रोजगार के अवसर बढ़ सके. इससे युवाओं को फायदा होगा.

टूरिज्म सेक्टर के लिए भी हो प्रावधान

स्टूडेंट अनूप मुखर्जी की राय है कि इस बार के बजट में टूरिज्म सेक्टर के लिए भी प्रावधान होना चाहिए. इससे युवाओं के लिए रोजगार का रास्ता खुल सकेगा. अनुज कुमार का मानना है कि बजट ऐसा हो कि जिसका फायदा जरूरतमंदों को मिले. विद्यार्थियों के ग्रोथ के लिए ध्यान देना जरूरी है. वहीं, मेघा सिंह का मानना है कि बड़े कॉलेजों में एडमिशन के लिए लोन जरूरी होता है. इसलिए सस्ते एजुकेशन लोन की व्यवस्था इस बजट में होनी चाहिए.

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बजट में एजुकेशन सेक्टर पर फोकस करने की जरूरत

स्टूडेंट शिवानी कुमारी की राय है कि बजट का फोकस एजुकेशन सेक्टर पर करने की जरूरत है. जिससे विद्यार्थियों के लिए पढ़ाई आसान हो सके. सुजाता कुमारी का मानना है कि टैक्स में छूट मिलनी चाहिए. जिससे हमारे घर के लोगों को इससे राहत मिल सके. इससे हमें सुविधा होगी. प्रिया कुमारी की राय है कि माता-पिता पर एजुकेशन लोन का बोझ बढ़ जाता है. इसलिए विद्यार्थियों के लिए अलग से एजुकेशन लोन का प्रावधान हो.

पेट्रोल की कीमत पर भी लगे लगाम

अपर्णा का मानना है कि पेट्रोल की कीमत अधिक होने से विद्यार्थियों को कॉलेज आने-जाने में खर्च बढ़ जाता है. इसलिए पेट्रोल की कीमत पर लगाम लगाना जरूरी है. हेमंत कुमार का मानना है कि बजट में कुछ ऐसा करना चाहिए जिससे विद्यार्थियों के लिए अलग से वर्कशॉप का आयोजन हो. वहीं, विद्यार्थियों के लिए बनायी गयी कॉ-ऑपरेटिव सोसाइटी पर भी ख्याल हो.

विदेश में पढ़ने के लिए बजट में कोई योजना होनी चाहिए

स्टूडेंट कविता कुमारी का मानना है कि बजट में कुछ ऐसा प्रावधान होना चाहिए जिससे हमारे घर के खर्चे कम हो. इसके बाद ही हम पढ़ाई का खर्च आसानी से उठा पाएंगे. स्वाति प्रिया की राय है कि एजुकेशन लोन का ब्याज दर कम हो. साथ ही युवाओं को विदेश में पढ़ने के लिए बजट में कोई योजना होनी चाहिए. वहीं, आनंद कुमार का कहना है कि बैंकिंग सेक्टर में रेट ऑफ इंटरेस्ट कम किया जाए. जिससे विद्यार्थियों को एजुकेशन लोन सस्ता मिल सके और आगे की पढ़ाई में परेशानी न हो.

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बजट में विद्यार्थियों के हितों का ध्यान रखना चाहिए

आईएमएस, रांची के निदेशक डॉ वीएस तिवारी की राय है कि बजट में विद्यार्थियों के हितों का ध्यान रखना चाहिए. साथ ही प्राइवेट सेक्टर को बढ़ावा मिलना चाहिए. जिससे विद्यार्थियों के समक्ष रोजगार की समस्या उत्पन्न न हो. वहीं आईएमएस, रांची के फैकल्टी अरुण जयकुमार सिंह का मानना है कि बजट में सबसे अधिक फोकस युवाओं पर होना चाहिए. पढ़नेवाले और उसके बाद रोजगार पाने वाले युवाओं को इसमें शामिल करना चाहिए. इससे विद्यार्थियों का भविष्य बेहतर होगा.

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