IT सेक्टर के लिए एक्सपर्ट्स को दिखने लगे कमजोरी के संकेत, जानें TCS-Infosys के नतीजों का क्या होगा असर?

IT Sector News: सूचना प्रौद्योगिकी सेक्टर की दो दिग्गज कंपनियों के नतीजे शेयर बाजार के अनुमानों से कम रह जाने से चौथी तिमाही में आईटी क्षेत्र का प्रदर्शन कमतर ही रहने की आशंका दिख रही है.

By Agency | April 16, 2023 9:03 PM

IT Sector News: सूचना प्रौद्योगिकी (IT) सेक्टर की दो दिग्गज कंपनियों के नतीजे शेयर बाजार के अनुमानों से कम रह जाने से चौथी तिमाही में आईटी क्षेत्र का प्रदर्शन कमतर ही रहने की आशंका दिख रही है. विशेषज्ञ एक-दो तिमाही तक यही रुख बने रहने और उसके बाद ही स्थिति में सुधार की संभावना जता रहे हैं. देश की अग्रणी आईटी कंपनियों टीसीएस (TCS) और इंफोसिस (Infosys) के तिमाही नतीजों के साथ आई प्रबंधन की टिप्पणी में सावधानी हावी दिखी. खासकर अमेरिकी बाजार में बीएफएसआई एवं प्रौद्योगिकी सेवाओं को लेकर दोनों ही कंपनियां सतर्क रुख अपनाए हुए हैं.

टीसीएस-इंफोसिस के नतीजों का जानिए क्या होगा असर?

उद्योग के दिग्गज और इंफोसिस के पूर्व निदेशक टीवी मोहनदास पई का कहना है कि वित्त वर्ष 2022-23 की चौथी तिमाही आईटी कंपनियों के लिए मंद रहेगी, लेकिन इसका असर और सीमा अलग-अलग कंपनियों की प्रोफाइल और रणनीति पर निर्भर करेगा. पई ने अप्रैल-जून तिमाही में अमेरिकी बाजार में अनिश्चितता कम होने की संभावना जताते हुए कहा कि नए ऑर्डर आने में 1-2 तिमाहियों का समय लगेगा, लिहाजा अक्टूबर-नवंबर का समय बेहतर रहने की उम्मीद है. हालांकि, उन्होंने कहा कि भारतीय आईटी उद्योग अपने आकार, पैमाने और ताकत के मामले में वैश्विक तकनीकी क्षेत्र में एक बड़ी ताकत है, यह बाजार की वास्तविकताओं को दर्शाएगा. आईटी उद्योग आज 200 अरब डॉलर निर्यात के साथ एक बड़ी ताकत है और शीर्ष पांच भारतीय आईटी कंपनियां वैश्विक बाजार में बड़ी भूमिका रखती हैं.

वापस पटरी पर आ सकती है बड़ी आईटी कंपनियों की आय!

वहीं, जेनपैक्ट के संस्थापक प्रमोद भसीन ने कहा कि बड़ी आईटी कंपनियों की आय में नरमी कुछ तिमाहियों तक जारी रहने के बाद वापस पटरी पर आ सकती है. उन्होंने कहा, बड़ी आईटी फर्मों की कमाई में नरमी कुछ तिमाहियों तक जारी रहने की संभावना है क्योंकि कई उद्योग, विशेष रूप से तकनीक, पुनर्गठन और लागत में काफी नाटकीय रूप से कटौती की गई है. इधर, आईटी विशेषज्ञ और 5F वर्ल्ड मंच के चेयरमैन गणेश नटराजन ने कहा कि भारतीय आईटी के सबसे बड़े ग्राहक बीएफएसआई (बैंकिंग, वित्तीय सेवाएं और बीमा) रहे हैं, लेकिन इस खंड में सुस्ती के कारण अगली 3-4 तिमाहियों तक वृद्धि कम हो सकती है.

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